विदेश जाकर मोटा कमाने की चाहत ने 14 परिवारों को एक साथ लाखो की चपत लगा दी। विदेश में नौकरी के साथ वीजा और टिकट भेजने की आपसी सहमति पर ठगों के गिरोह ने 5 लाख प्रति व्यक्ति के नाम से जमा करवा लिए । नौकरी और वीजा का जो अनुबंध ठगों द्वारा भेजा गया वह फर्जी निकला । पीड़ितों ने देहरादून की थाना सदर में चार नामजद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
गिरीश गैरोला देहरादून
पीड़ित पंकज बिष्ट और मयूर सिंह ने बताया कि देहरादून घंटाघर पुलिस चौकी के सामने ए एस इंटरनेशनल टूर एंड ट्रेवल नाम से आफिस खुला था जिसमे मौजूद संदीप सिंह ,अंकित सिंह, तानिया और रानी ने उन्हें जापान में होटल लाइन मव नौकरी का लालच देकर उनसे 5 लाख रु लूट लिए।
उन्होंने बताया कि 14 साथियों में से ज्यादातर ने कैश में भुगतान कर दिया कुछ लोगो ने बाकायदा स्टेट बैंक के खाते में अकाउंट से पांच लाख ट्रांसफर करवाये।पैसे मिलने के बाद जो भी कागजी दस्तावेज ठगों द्वारा भेजे गए उन्हें दिल्ली की एम्बेसी ने फर्जी करार दे दिया।जिसके बाद पीड़ितों ने ठगों से फोन और व्हाट्सअप पर बात की तो उन्होंने रकम लौटने से साफ इंकार कर दिया।जिसके बाद देहरादून सदर थाने में 117/19 दिनांक 12 जुलाई 2019 को चार नामजदों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया, जिसमे कार्यवाही अपेक्षित है।
सभी 14 पीड़ित परिवार टिहरी पौड़ी और देहरादून के रहने वाले है।पीड़ितों ने बताया कि उनके पास ठगों की काल रिकॉर्डिंग व्हाट्सएप मेसेज और व्हाट्सएप पर ही टिकट नौकरी के पेपर आदि के लेनदेन का ब्यौरा है जिसे पुलिस को उपलब्ध कराया गया है पर पुलिस की तरफ से कोई ठोस प्रयास अभी तक नही हुए है।