गंगोत्री का कूड़ा यमनोत्री में?
एक पालिका का कूड़ा दूसरी पालिका में?
नगर का कूड़ा गंगा में डालने पर शहरी विकास मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट।
वन महकमे ने पालिका पर किया मुकदमा दर्ज।
गिरीश गैरोला।
स्वच्छ और निर्मल गंगा के लिए यमुना को प्रदूषित करने की नई पालिका की योजना आजकल खूब चर्चाओं में है।
दरअसल नेता चुनाव जीतने के लिए कैसे वादे करते है और उन्हें पूरा करने के लिए उनके मातहत अधिकारी कैसे काम करते है इस कड़ी को समझने के लिए आपको उत्तरकाशी लिए चलते है जहाँ गंगोत्री धाम के बेस कैम्प का कूड़ा 80 किमी दूर यमनोत्री धाम के बेस कैम्प बडकोट में डालने की योजना नगर पालिका ने बना डाली, खुद नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी सुशील कुमार कुरील ने इस बात की पुष्टि की।
किन्तु नई पालिका के शपथ ग्रहण के लिए उत्तरकाशी रामलीला मैदान से जब कूड़ा हटाने की जरूरत महसूस हुई तो दर्जनो ट्रकों में कई फेरे लगाकर इस कुड़े को गंगोत्री ऋषिकेश राजमार्ग पर नालूपानी के पास गंगा नदी में उड़ेल दिया गया। रामलीला मैदान में खुद पालिका के अधिशाषी अधिकारी अन्य कर्मचारियों के साथ अपनी निगरानी में कुड़े को हटाने की मॉनिटरिंग कर रहे थे।
राजधानी देहरादून में सत्र में भाग लेने के लिए जा रहे गंगोत्री विधायक गोपाल रावत ने जब कुड़े का इस तरह से डिस्पोजल देखा तो शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से इसकी लिखित शिकायत की। उन्होंने बताया कि प्रधान मंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर पालिका पलीता लगाने में जुटा हुआ है जिससे सरकार की छवि भी धूमिल हुई है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने इस पूरे प्रकरण की सचिव शहरी विकास से एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।
वही वन विभाग ने भी इस मामले का संज्ञान लेते हुए वन क्षेत्र में कूड़ा फेंकने को लेकर पालिका पर धारा 26 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कूड़ा निस्तारण और डंपिंग ज़ोन सभी चुनाव प्रत्याशियों की प्राथमिकता में सामिल रहा है। नव निर्वाचित पालिका अध्यक्ष रमेश सेमवाल प्रचार के दौरान चुनावी सभा मे बोलते हुए रो पड़े थे । गौरतलब है कि पिछले से पिछले पालिका चुनाव में भी रमेश सेमवाल बहुत कम अंतर से वे पालिका अध्यक्ष का चुनाव हार गए थे उसके बाद से ही 10 वर्षो से वे लगातार इस चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे जिसके लिए उन्होंने वादों और घोषणाओं की झड़ी लगा दी थी। अब इन वादों की लिष्ट में पहला कूड़ा निस्तारण और डंपिंग ज़ोन का चयन ही सबसे टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। जिसके लिए वे समाज के अलग अलग वर्गों के साथ बैठकर बात भी कर रहे है किंतु गंगोत्री का कूड़ा यमनोत्री भेजने की सलाह देने वाले व्यक्ति की सभी लोगों को उतनी ही बेताबी से तलास है।
गंगोत्री विधायक गोपाल रावत ने कहा कि पालिका को सभी जनहित और न्यायोचित कार्यो में उनका पूरा सहयोग रहेगा, किन्तु घोषणाएं और वादे सबके अपने अपने है चुनाव में जनता ने बीजेपी के वादों को नकार कर काँग्रेश पार्टी के घोषणाओं पर भरोसा जताया है , जिन्हें अब पूर्ण करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है।
पूरी रिपोर्ट के लिए लिंक खोले।
https://youtu.be/9OJwUTEASio
https://youtu.be/9OJwUTEASio