उत्तरकाशी के चन्दन पर कैसे हुआ विष का असर – गंगोत्री से विधायक की लड़ाई मे करेंगे हिसाब बराबर

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उत्तरकाशी  गंगोत्री विधान सभा से विधान सभा चुनाव 2022 के लिए बीजेपी के दर्जन भर दावेदारों मे से एक है चन्दन सिंह पँवार|

भटवाड़ी तहसील अंतर्गत सिल्याण गाँव के रहने वाले चन्दन सिंह पँवार वर्ष 2014 मे निर्विरोध बीडीसी चुने गए थे।  वर्ष 2014 से 2019 तक ब्लौक प्रमुख भटवाड़ी के पद पर रहे ।  वर्ष 2019 मे नाल्ड कठुड से जिला पंचायत सदस्य चुने गए, किन्तु जिला पंचायत अध्यक्ष बनने से चूक गए।

सामाजिक कार्यो  मे चन्दन पँवार इको सेंसटिव ज़ोन को निरस्त करने और ओबीसी आंदोलन मे भागीदार रहे है और वर्ष 2016 मे लाटा पुल के आंदोलन मे टिहरी जेल जा चुके है |

चन्दन पँवार की पत्नी आंगनवाड़ी कार्यकत्री है और अपने पति की राजनैतिक इच्छा पूरी करने मे कदम से कदम मिलाकर साथ निभा रही है |

चंदन जिला पंचायत प्रतिनिधि चुने गए और  जिला पंचायत अध्यक्ष की गद्दी की दौड़ मे अंतिम समय मे बाहर हो गए,  जिसका ठीकरा वे गंगोत्री से कॉंग्रेस पार्टी के सर फोड़ते है ।  यही वजह है की चंदन इस बार विधान सभा चुनाव मे गंगोत्री से कोंग्रेसी नेता और पूर्व विधायक विजयपाल के खिलाफ खड़े होकर अपना पिछला हिसाब बराबर करने की अभिलाषा रखते है |

चन्दन गंगोत्री से निवर्तमान विधायक गोपाल रावत को विकास पुरुष मानते है । साथ ही स्वर्गीय विधायक गोपाल रावत की पत्नी शांति गोपाल रावत के साथ टिकट की दावेदारी भी कर रहे है।  चन्दन कहते है की वे गंगोत्री मे पर्यटन के क्षेत्र मे रोजगार के साथ यहा के नगदी फसलों को भी आमदनी  से जोड़ना चाहते है,  लेकिन इसके लिए क्या रोड मैप होगा इसका अभी खुलाषा नहीं करना चाहते है |

चंदन कहते है कि सरकार बनाने  वाली चर्चित गंगोत्री विधान सभा मे दूसरे दल से प्रत्यासी आयात करने का वे प्रबल विरोध करेंगे और अपनी ही पार्टी मे से भी  किसी जिले से बाहर के प्रत्यासी को पैरा सूट बनाकर पेश करने के भी खिलाफ है |

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