8 नवंबर को गंगोत्री और 9 नवंबर को यमनोत्री के कपाट होंगे बंद।
गिरीश गैरोला।
इस वर्ष दीवाली के अगले दिन अन्नकूट के मौके पर गंगोत्री धाम के कपाट 8 नवंबर को ठीक दोपहर 12:30पर शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। गंगोत्री के तीर्थ पुरोहित हरीश सेमवाल ने बताया कि गंगा मैया के भाई समेश्वर देवता की डोली की अगुवाई में भारतीय सेना के बैंड धुन के साथ गंगा मैया की उत्सव मूर्ति डोली में विराजमान होकर शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा की तरफ रवाना होगी । इस पैदल यात्रा का रात्रि विश्राम देवी मंदिर में होगा और अगले दिन 9 नवंबर को डोली अपने मायके मुखवा पहुँचेगी। शीतकाल के 6 महीने गंगा मैया की पूजा अर्चना यही मुखवा मंदिर में होती है।
इसी तरह 9 नवंबर को यमनोत्री के कपाट दोपहर 3:15पर शीतकाल के लिए बंद हो जायेगे। यहाँ यमुना के भाई शनि महाराज की डोली अपनी बहिन को मायके लेने पहुचती है।
इस बार तीर्थ पुरोहितों के गाँव खरसाली में माँ यमुना का अपना मंदिर बनकर तैयार हो गया है इससे पूर्व यमुना की डोली शीतकाल में राजराजेश्वरी मंदिर में ही निवास करती थी।