अल्मोड़ा। कोसी नदी पुर्नजनन अभियान की ई-वर्चुवल समिट 2020 का आयोजन आज जिला प्रशासन अल्मोड़ा द्वारा किया गया। वीडियो कान्फ्रेसिंग से हुए इस वर्चुवल समिट में देश एवं विदेश के कई प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। इस वर्चुवल सम्मेलन का मुख्य उददेश्य जल प्रबन्धन के लिए सही दिशा, ज्ञान एवं तकनीक के आदान-प्रदान के साथ ही प्राकृतिक हिमालय पर्यावरण का स्थायित्व सुनिश्चित किया जाना और जल संरक्षण एवं जल संवर्द्धन को बढ़ावा दिया जाना था। इस अवसर पर कोसी पुर्नजनन अभियान ई-न्यूज लैटर का विमोचन किया गया।
इस वर्चुवल समिट में मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने संदेश में कहा कि राज्य में जल उपलब्धता सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता रही है। कोसी नदी पुर्नजनन अभियान जल की वर्तमान एवं भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक सार्थक पहल है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न सहयोगी संस्थाओं एवं आम जनमानस से इस अभियान को आगे बढ़ाया है। उन्होंने अपनी शुभकामानायें इस अभियान के लिए प्रेषित की। सचिव केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार यू0पी0 सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि जल संरक्षण हमारी एक महत्वपूर्ण योजना का अंग है। उन्होंने कहा कि वर्तमान के जल संकट को देखते हुए हमें अभी से ही ठोस योजना पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी नदियों को रिचार्ज कर जल संरक्षण में एक अहम योगदान दिया जा सकता है। उन्होंने कोसी नदी पुर्नजनन अभियान की तारीफ करते हुए इसे राष्ट्रीय महत्व के प्रोजेक्ट के तौर पर आगे बढ़ाने की बात कही। इस वर्चुवल समिट की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए सम्मेलन की पृष्ठभूमि एवं इसके उददेश्यों के बारे में बताया। उन्होंने सतत जल प्रबन्धन एवं संरक्षण हेतु कोसी नदी पुर्नजनन अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा अल्मोड़ा जनपद प्रशासन, नागरिकों, स्वयं सहायता समूहों के सहयोग से यह अभियान सफल हो सका है। कोसी नदी जलागम क्षेत्र में किये गये कार्यों एवं जल संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु जी0बी0 पंत संस्थान के माध्यम से किये गये शोध कार्यों के बारे में भी अवगत कराया। वर्चुवल सम्मेलन में भारत में विभिन्न देशों के उच्चायुक्तों जिनमें इजरायल के उच्चायुक्त राॅन मलका, डेनमार्क के उच्चायुक्त फ्रैडी स्वान और हंगरी के उच्चायुक्त पीटर कोवेक ने अपने-अपने विचार इस दौरान व्यक्त करते हुए जल संरक्षण एवं नदी पुर्नजनन अभियान हेतु उनके देश की ओर से तकनीकी एवं अन्य सहयोग का आश्वासन दिया। इन देशों द्वारा जल प्रबन्धन में कई बेहतर कार्य किये है जिससे वहाॅ पर जल संरक्षण को बढ़ावा मिला है। इसके अलावा अन्य लोगों ने भी अपने सुझाव रखे। वर्चुअल सम्मेलन में अपर सचिव केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार जी0 अशोक कुमार, गोविन्द बल्लभ पंत हिमालयी पर्यावरण संस्थान के डा0 आर0एस0 रावल, एनआरडीएमएस के निदेशक प्रो0 जे0एस0 रावत, मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल आदि ने अपने-अपने प्रस्तुतीकरण ई-वर्चुवल सम्मेलन में प्रस्तुत किये। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी महातिम यादव, संयुक्त मजिस्ट्रेट अपूर्वा पाण्डे, डिप्टी कलैक्ट्रर गौरव पाण्डे, जिला विकास अधिकारी के0के0 पंत, ग्रीन हिल्स संस्था की सचिव वसुधा पंत, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, जी0आई0एस0 एनालिस्ट नेहा रानी, कोसी सैल के शिवेन्द्र प्रताप आदि ने भी अपने-अपने प्रस्तुतीकरण कोसी पुर्नजनन अभियान के अन्तर्गत किये गये कार्यों के लिए दिये।