गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे पर भू-धंसाव और लैंडस्लाइड का कहर, रास्ते बंद, राहत में जुटा प्रशासन

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मेरु रैबार , उत्तरकाशी



चारधाम यात्रियों की सांसें अटकीं! गंगोत्री हाईवे भटवाड़ी के पास धंसा, यमुनोत्री मार्ग सिलाई बैंड, ओजरी और बनास के पास अवरुद्ध… BRO की रेस, यात्रियों में दहशत


ओपनिंग
चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं की गाड़ियां अचानक थम गईं, आंखों में डर और दिलों में दहशत! कहीं पहाड़ दरक रहे हैं, तो कहीं रास्ता जमीन में समा रहा है। गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर कुदरत का कहर फिर कहर बनकर टूटा है।


मुख्य खबर:
उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भटवाड़ी के पास अचानक ज़मीन धंस गई। सड़क का एक हिस्सा गहरी खाई में समा गया। BRO की मशीनें और जवान मौके पर जुटे हैं, लेकिन रास्ता फिलहाल पूरी तरह बंद है। पुलिस फोर्स भी अलर्ट पर है ताकि कोई अनहोनी न हो।

“भटवाड़ी के पास ज़मीन धंसने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। सुरक्षा को देखते हुए यातायात रोका गया है। जल्द रास्ता खोलने की कोशिश जारी है।”
– एक पुलिस अधिकारी, उत्तरकाशी

इधर यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलाई बैंड, ओजरी और बनास के पास भारी लैंडस्लाइड और भू-धंसाव से हाईवे जगह-जगह कट गया है। मलबा सड़क पर बिखरा है। पहाड़ों से लगातार छोटे-बड़े पत्थर गिर रहे हैं। BRO और प्रशासन की टीम हाईवे को खोलने में जुटी हुई है, लेकिन बारिश और टूटती चट्टानों ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं।


स्थानीय माहौल
रास्ता बंद होने से श्रद्धालु और स्थानीय लोग बुरी तरह फंसे हैं। कोई मंदिर के दर्शन की चिंता में बेचैन है, तो कोई बच्चों संग सड़क किनारे घंटों इंतजार कर रहा है।

“चारधाम के दर्शन को आए हैं, लेकिन यहां डर लग रहा है। कब पहाड़ टूटकर गिर जाएं, पता नहीं।”
– सुमित्रा देवी, यात्री, हरिद्वार



भारी मशीनों की आवाज़, धूल का गुबार, BRO के जवान पसीना पोंछते हुए—सड़क पर जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाने की जद्दोजहद जारी है। इधर श्रद्धालु हाथ जोड़कर भगवान से रास्ते खुलने की दुआ मांग रहे हैं।


क्लोजिंग लाइन
कुदरत की ये मार बता रही है, हिमालय की गोद में बसे इन रास्तों पर हर कदम चुनौती है। सवाल है—क्या हर साल की ये मुसीबत हमारी चेतावनी है, या सिर्फ एक और हादसा… इंतजार कीजिए, क्योंकि चारधाम की राह में अभी कई इम्तिहान बाकी हैं!

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