बीच सड़क में प्रकट हुए वरुण देव।
ग्रामीण निर्माण विभाग को मिला आशीर्वाद।
पालिका को मिला कबाड़
नगर में विकास कार्यो को लेकर व्यंग।
गिरीश गैरोला
उत्तरकाशी नगर पालिका चुनाव से ही जिले में विकास कार्यो के साथ सौंदर्यीकरण की खूब होड़ लगी है। नगर पालिका ने प्रशासक के रहते जहा विश्वनाथ चौक में फव्वारे के साथ सौंदर्यीकरण कर काया पलट कर दी तो अन्य रेखीय विभाग भला क्यों पीछे रहते।
उत्तरकाशी जल संस्थान में एक कदम आगे बढ़ने के प्रयास में सड़क पर ही फव्वारे की व्यवस्था कर दी। गंगोत्री रास्ट्रीय राजमार्ग पर तेखला के पास संस्थान की बडी लाइन से जल धार फव्वारे के रूप में प्रकट हो रही है। किंतु शीतकाल होने के चलते तीर्थ यात्री इस फव्वारे का आनंद नही उठा पा रहे है, अन्यथा इसी स्थान पर टूरिस्टों के लिए व्यू पॉइंट बनाने के तत्काल आदेश ग्रामीण निर्माण विभाग को दिए जा सकते थे, गौर तलब है कि आजकल उत्तरकाशी के विकास के सभी निर्माण कार्य मे ग्रामीण निर्माण विभाग पर खूब मेहरबानी बरस रही है। नगर पालिका उत्तरकाशी के बजट से भी आरईएस को कार्य देना भी खूब चर्चा में रहा हालांकि पालिका कर्मी भी दबी जुबान से अब चर्चा करने लगे है कि विभाग के इंजीनियर खाली बैठे रहे और बाहर वाले दूध से मलाई निकालने में लगे है जबकि उनके हिस्से में केवल आरटीआई ??????
बहरहाल कड़कती शर्दी को देखते हुए संस्थान ने सड़क पर फव्वारे का प्लान फिलहाल स्थगित कर दिया प्रतीत होता है तभी तो लीकेज को स्थायी रूप से बंद करने की बजाय उसे प्लास्टिक से बांध कर जल धार को सड़क तक पहुचने से रोक दिया है। हालांकि पेय जल लाइन से पर्याप्त पानी नाली में बहकर अभी भी बर्बाद हो रहा है।
और नाली के मालिक नगर पालिका के कर्मचारी मन मसोस कर रह गए है अब कहे भी तो क्या ? उनकी खाने की थाली से लजीज खाना निकाल कर दूसरे की थाली में डालकर उसका कूड़ा इनकी थाली के आसपास बिखेर दिया ताकि देखने वालों को लगे कि सभी ने पर्याप्त भोजन कर दिया है।