जनपद के अंर्तगत उच्च एवं निम्न हिमालयी क्षेत्रों में जाने वाले ट्रेकरों के लिए शीघ्र बनेगी एसओपी।
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान,आईटीबीपी,ट्रेकिंग एजेंसियों,वन,पुलिस, एसडीआरएफ से लिए गए महत्वपूर्ण सुझाव।
बार्डर पर मारे गए स्थानीय पोर्टर और मौसम बिगड़ने से ट्रैकिंग रूट मे फंस कर पर्यटको के बेमौत मारे जाने की घटना के बाद उत्तरकाशी जिला प्रशासन आगामी योजना को लेकर सतर्क हो गया है | हालांकि इससे पहले भी आधी अधूरी तैयारी के साथ बिना मनको को पूरा किए जाने के बाद भी ट्रैकिंग की अनुमति दिये जाने पर स्थानीय स्तर पर आपत्ति दर्ज की जाती रही है फिर भी प्रशासन किस हादसे का इंतजार करता रहा और अब इस मामले मे बड़ी फजीहत होने के बाद नियमावली तैयार करने की बात की जा रही है
सोमवार को जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में उच्च हिमालय क्षेत्रों में जाने वाले ट्रेकरों की सुरक्षा हेतु कार्य योजना बनाए जाने को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें कई महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए। जिसमें ट्रैकिंग दल के पास जीपीएस, सेटेलाइट फोन,मेडिकल किट,रहने व खाने पीने के जरूरी संसाधन के साथ ही गाइड व पोर्टर का प्रशिक्षित होने का अति आवश्यक सुझाव दिया गया। ट्रेकिंग दल के पास आपदा से निपटने के लिए प्लान व सभी ट्रेक रूटों का एक नक्शा होने का भी सुझाव दिया गया। जिसमें ट्रेक रुट में सुरक्षित रुकने का स्थान सहित हर छोटी बड़ी घटनाओं आदि की जानकारी सम्मलित हो। ट्रैकिंग करने से पूर्व मौसम पूर्वानुमान की सूचना चेकपोस्ट पर ट्रेकिंग दल को दी जाय। ताकि ट्रेकिंग दल सतर्क रह सकें। इसके अतिरिक्त कई महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए।
जिलाधिकारी ने कहा कि ट्रेकिंग की व्यवस्थाओं को सुरक्षित व दुरुस्त बनाये जाने को लेकर ट्रेकिंग एजेंसियों,निम व अन्य विभागों से सुझाव लिए गए है। ताकि जनपद में ट्रेकिंग हेतु एक ठोस कार्य योजना बनाई जा सकें। जिलाधिकारी ने वन विभाग की गंगोत्री,शांकरी,नैटवाड़ आदि चेक पोस्ट मेंट्रेकिंग चेक लिस्ट रखने के निर्देश दिए। चेक लिस्ट के आधार पर जो ट्रेकर मानक पूर्ण कर रहे है उन्हें ही आगे की ट्रेकिंग के लिए भेजा जाए। बिना स्वास्थ्य परीक्षण व दक्ष गाइड के ट्रेकरों को कतई भी ट्रेकिंग के लिये नही भेजने के निर्देश दिए। चेकपोस्ट पर अधिकारी/कर्मचारियों को सख्ती से नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा गया।
बैठक में एसपी मणिकांत मिश्रा,उप प्रधानाचार्य निम योगेश धुनल,डीएफओ पुनीत तोमर,के.के वर्मा,उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पाण्डे,अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह,सीएमओ डॉ के.एस चौहान, एसडीएम चतर सिंह चौहान, आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित ट्रेकिंग एजेंसी के पदाधिकारी व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
