उत्तरकाशी
सीएम तीरथ की टक्कर मे आप के कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री से ताल ठोकने जा रहे है | उत्तराखंड नव निर्माण के संकल्प को लेकर प्रदेश मे राजनैतिक मुद्दो के लिए स्थान तलास कर रही आम आदमी पार्टी ने भारतीय सेना के हर मोर्चे पर अजेय रहने वाले कर्नल अजय को इस बार फिर चीन बार्डर पर गंगोत्री विधान सभा से दांव पर लगाया है | अब तक बंद रही कर्नल की राजनैतिक हैसियत बताने वाली मुट्ठी के खुलने का वक्त आ ही गया है, अगर सफलता मिली तो सिटिंग सीएम को हराने पर आम आदमी पार्टी के उत्तराखंड मे सीएम के दावेदारी को लेकर कोई मुहर लगना तय है और कर्नल राजनैतिक वीरता पर भी शक नहीं रहेगा, वही एक चूक फिरसे राज नीति के गहरे अंधेरे मे गुम होने का खतरा भी बना रहेगा |
कर्नल अजय कोठियाल पहले ही कह चुके है कि आम आदमी पार्टी उत्तराखंड मे उपचुनाव नहीं लड़ेंगे वही सीएम तीरथ को गंगोत्री से चुनाव लड़ने कि मजबूरी सिर्फ उपचुनाव के बाद विधायक बनने की ही है | इस दौरान सीएम तीरथ रावत के दिल्ली बुलावे को लेकर विपक्ष मे जो अटकले लगाई जा रही है, उस पर भी विपक्ष और खास कर आम आदमी पार्टी अपनी निगाहे गड़ाए हुए है, क्या बीजेपी आलाकमान फिर सीएम की बदली करेगा ? क्या अनिल बलूनी पर दांव लगाया जाएगा ? इन सभी सवालो के जबाब मिलने तक ठंड रखनी होगी | लिहाजा उपचुनाव मे सीएम तीरथ सिंह रावत के गंगोत्री से चुनाव लड़ने पर भी क्या आप नेता अजय कोठियाल गंगोत्री से ताल ठोकेंगे ? ये बड़ा सवाल है |
गौरतलब है कि आजकल सेवा निवृत्त कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री विधान सभा के गाँव गाँव की पगदंडिया नाप रहे है | बतोर एनआईएम के प्राचार्य के रूप मे उत्तरकाशी कर्नल की कर्म भूमि रही है और केदारनाथ नव निर्माण के साथ यूथ फ़ाउंडेशन का संकल्प भी गंगोत्री विधान सभा और उत्तरकाशी की ही देन काही जा सकती है , ऐसे मे एक सप्ताह के ग्रामीण दौरे के बाद कर्नल ने ताल ठोक कर अगर बीजेपी के सीएम को चुनोती दी है तो इसको लेकर सियासी पारा गंगोत्री के साफ आसमान पर गरज के साथ बौछार वाला पूर्व अनुमान लेकर आ रहा है