देहरादून। सदस्य सचिव, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार पी शिवकुमार ने सिल्क पार्क में दून सिल्क के रिटेल स्टोर का भ्रमण किया और रेशम फेडरेशन और एस टी एस सी और केंद्रीय रेशम बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक की। सिल्कपार्क में रेशम फेडरेशन के प्रबंधक मातबर कंडारी ने फेडरेशन की ओर से शिव कुमार, सदस्य सचिव का स्वागत किया और उन्हें उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी भेट की को की तसर रेशम से बनी थी।
पी शिव कुमार ने सिल्क पार्क में प्रस्तावित रेशम घर की समीक्षा की और महत्वपूर्ण सुझाव दिया, जिसमे मुख्य रूप से दून सिल्क ब्रांड की मोबाइल वैन रिटेल स्टोर का कॉन्सेप्ट पर कार्य करने, डिमांड बेस्ड डिजाइन पर कार्य करने का सुझाव दिया गया।
सिल्क पार्क में कस्टमर की संतुष्टि हेतु प्रस्तावित सिल्क टेस्टिंग लैब हेतु सहयोग का आश्वासन दिया गया और भारत सरकार के स्तर पर लंबित पोस्ट कोकून एक्टिविटीज हेतु सिल्क समग्र प्रोजेक्ट को आगामी समय में भारत सरकार स्तर पर अनुमोदन का भी आश्वासन दिया गया।
शिव कुमार ने प्रदेश में सभी सिल्क सेक्टर की संस्थाओं को एक साथ मिलकर सिल्क पथ (ेमतप जनतपेउ) परिकल्पना पर कार्य करने का भी निर्देश दिया गया। फेडरेशन को सभी आवश्यक सहयोग का आश्वासन देते हुए उनके द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष में समर्थ के तहत कम से कम १०० लोगो को प्रशिक्षण देने लक्ष्य दिया गया।
इस संबंध में प्रबंध निदेशक आनंद ए डी शुक्ल ने कहा की फेडरेशन द्वारा उसी दिशा में लगातार काम किया जा तहस जिसके परिणाम स्वरूप एक वर्ष के अंदर सेलाकुई में कंप्लीट वैल्यू चौन की स्थापना कर ली गई है, निकट भविष्य में फेडरेशन ब्रांड दून सिल्क के प्रचार और प्रसार हेतु व्यापक स्तर पर कार्य करेगा और ब्रांड कववदेपसा को विश्वनीय ब्रांड के रूप में स्थापित करेगा एवं ककून क्राफ्ट और सिल्क के बाय प्रोडक्ट को तैयार कर सिल्क सेक्टर की सभी चरणों से प्राप्त होने वाले उत्पादों को एक स्थान पर उपभोक्ताओं तक पहुंचाएगा, वैल्यू एडिशन के रूप में छोटे छोटे प्रयास ब्रांड कववदेपसा को स्थापित करने में सहायक होंगे। इस अवसर पर केंद्रीय रेशम बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी जिसमे मुख्य रूप से डॉक्टर सरदार सिंह, वैज्ञानिक डी, डॉक्टर एस एस चौहान, वैज्ञानिक डी, सुरेन्द्र भट्ट, वैज्ञानिक डी, विनोद कुमार, प्रशानिक अधिकारी, अंकित खाती, टेक्सटाइल इंजीनियर, अनिल डोभाल, लेखाकार एवं तोमर सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।