देहरादून। राजधानी देहरादून में बुधवार सुबह 10.40 पर भूकम्प की सूचना से सनसनी फैल गयी। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 पाई गई। भूकंप का केंद्र देहरादून के सेलाकुई व विकास नगर के आसपास का क्षेत्र पाया गया और भूकंप की फोकल डैफ्थ 16 किमी पाई गयी। जिसके बाद जनपद देहरादून का आईआरएस (इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम) अलर्ट हो गया। भूकम्प के चलते कई स्थानों पर गैस रिसाव की भी सूचनाएं मिली। हालांकि यह प्रशासन द्वारा आपदा प्रबन्धन को लेकर किया गया माकड्रिल था।
गिरीश गैरोला
जिलाधिकारी देहरादून आशीष कुमार श्रीवास्तव (रिस्पांसिबल आफिसर) ने जनपद कंट्रोल रूम में कमान संभाली और जनपद आईआरएस सिस्टम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। जिसके बाद जनपद आपदा कंट्रोल रूम द्वारा विभिन्न क्षेत्रों से हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की गयी और तदनुसार राहत एवं बचाव कार्यो के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, लोकल पुलिस-प्रशासन सहित वालंटियर तथा स्थानीय सहयोगी कार्मिकों और रेखीय विभागों को बचाव एवं राहत कार्यो के लिए रवाना किया गया। इस दौरान आपदा कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि भूकंप के चलते चार स्थानों पर जिनमें लिंडे कम्पनी सेलाकुई, हिमालय ड्रग्स क्लेमनटाउन और ऋषिकेश एचएनजी कम्पनी में गैस रिसाव व आग लगने की घटनाएं भी हुई है। सूचना पर यहां तत्काल राहत व बचाव दल भेजा गया। इस दौरान सेलाकुई लिडें कम्पनी में 20 लोगों के फंसे होने की सूचना व सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल में 20 छात्र-छात्राओं के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई। जिनको रेस्क्यू करते हुए मेडिकल कैम्प भेजा गया। इसके अलावा क्लेमनटाउन हिमालयन ड्रग्स में गैस रिसाव के चलते 7 लोग प्रभावित हुए व ऋषिकेश की एचएनजी कम्पनी में गैस रिसाव से दो लोग बेहोश हुए। प्रभावित सभी लोगों को कोरोनेशन, महंत इंद्रेश अस्पताल व एम्स में भर्ती कराया गया है। इस दौरान सभी विभागों का इस आपदा में तालमेल देखा गया।