वरुणावत पर्वत ने फिर दहलाया दिल।
पीएनबी के पास पहाड़ी से गिरे बोल्डर।
सड़क तक पहुचा एक बड़ा बोल्डर ।
इंद्रा कॉलोनी को प्रसासन ने कराया खाली।
मौके पर पुलिस तैनात।
सड़क पर ट्रैफिक रोका।
गिरीश गैरोला।
वर्ष 2003 में दरका वरुणावत पहाड़ ने 15 वर्ष बाद फिर से डराना सुरु कर दिया है। बुधवार शाम करीब 7 बजे साय पहाड़ी से इंद्रा कॉलोनी के ऊपर से कई बोल्डर गिरे जिसमे तीन लोग चोटिल हो गए जिन्हें जिला अस्पताल में भेजा गया है।
एक बड़ा बोल्डर सड़क तक पहुँच गया तो लोगो मे दहसत फैल गयी। आनन- फानन में पुलिस ने गंगोत्री रॉड से ट्रैफिक रोक कर मनेरा की तरफ डायवर्ट कर दिया। एसडीएम देवेंद्र नेगी ने बताया कि मौके पर इंद्रा कॉलोनी से करीब 20 परिवारों को फिलहाल घर खाली कर बिरला धर्मशाला और काली कमली धर्मशाला में शिफ्ट किया जा रहा है। फिलहाल प्रभावित परिवारों के खाने और रहने की व्यवस्था वही पर की गई है।
गौरतलब है कि वर्ष 2003 में वरुणावत त्रासदी में दर्जनों होटल और आवासीय भवन जमींदोज हो गए थे।तब तत्कालीन पीएम अटल विहारी बाजपेयी ने 282 करोड़ का पैकेज पहाड़ी के उपचार के लिए दिया था किंतु कार्य दाई संस्था ने पहाड़ी का ताम्बा खानी वाला हिस्सा उपचार में शामिल ही नही किया।
बीच मे जब पहाड़ी ने फिर दरकना सुरु।किया तो ताम्बा खानी वाले हिस्से के भी उपचार के लिए धन आबंटित हुआ किन्तु उपचार कार्य फिर भी समय पर सुरु नही हो सका। पहले सिंचाई विभाग ने इस हिस्से में लीपा पोती की और अब लोक निर्माण विभाग करने जा रहा है।
समय पर वरुणावत पहाड़ी के इस ताम्बा खानी शूट का भी उपचार हो गया होता तो आज फिर से एक बार लोगो को बेघरबार नही होना पड़ता।