जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने कहा भाजपा सरकार ने उत्तराखंड की भोली भाली जनता को विकास का सपना दिखाकर जनमानस को ठगने का काम किया है। जनता को पता चल चुका है कि ये डबल नहीं बल्कि डब्बा इंजन है। झूठे वायदों और दावों का जो लॉलीपॉप भाजपा ने उत्तराखंड की जनता को पिछले साढ़े चार साल से दिखा रही थी वह सत्ता से वेदखल होने के बाद भाजपा नेताओं के टाइमपास के काम आयेगा झूठे वायदों और दावों के लिए जन आशीर्वाद नहीं, प्रायश्चित यात्रा निकाले भाजपा
राकेश राणा ने कहा भाजपा नेताओं को शर्म आनी चाहिए जो जनता से कह रहे हैं कि हमें आर्शीवाद दो आर्शीवाद छोड़ो, उनको तो उत्तराखंड की महान जनता से माफी मांगनी चाहिए। जवाब देना चाहिए कि जो वायदे किए थे, वे साढ़े चार साल में पूरे क्यों नहीं किए। विधानसभा चुनावों से पूर्व जो वायदे जनता से किए थे, सत्ता में आने के बाद उनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं किया है। बढ़ती मंहगाई से आम आदमी त्रस्त है। बेरोजगार आज भी बेरोजगार है, किसान सड़कों पर है। मातृ शक्ति का अपमान हो रहा है, कर्मचारी आंदोलनरत है, व्यापारी वर्ग की कमर टूट गई है। तो आखिर किस बात के लिए जनता भाजपा को आशिर्वाद दे ।इस बात के लिए कि भाजपा झूठ बोलकर सत्ता में आई, तीन-तीन मुख्यमंत्री थोपने के लिए आशिर्वाद दे या फिर डबल इंजन बोलकर डब्बा इंजन देने के लिए।
राकेश राणा ने कहा कि जिस प्रकार भाजपा ने पिछले साढ़े चार साल में जनता को छलने का काम किया है, उसके लिए भाजपा को प्रदेश में जन आशीर्वाद यात्रा के बजाय जनता से माफ़ी मांग कर प्रायश्चित यात्रा निकालनी चाहिए।भाजपा को उस व्यापारी परिवार से भी माफी मांगनी चाहिए जिसने कैबिनेट मंत्री के जनता दरबार में आत्महत्या की थी। भाजपा को उस महिला शिक्षिका से मांफी मांगनी चाहिए जिसको भाजपा के मुख्यमंत्री ने जनता दरबार से धक्के देकर बाहर निकला गया था भाजपा को उन बेरोजगार युवाओं से माफ़ी मांगनी चाहिये जिनको रोजगार देने की बात वह पिछले साढ़े चार साल से कह रही है। उन तीर्थपुरोहितों से माफी मांगनी चाहिए जिनको विश्वास में लिए बिना देवस्थानम बोर्ड का गठन कर दिया गया।
भाजपा के झूठे दावों और वायदों की लिस्ट बहुत लंबी है इन विगत साडे 4 वर्षों में भाजपा ने सिर्फ झूठ ही बोला है अब जनता जाग चुकी है और वह 2022 में भाजपा की विदाई यात्रा निकालने को आतुर बैठी है।