पिथोरागढ़ – रिश्तेदार की मौत और श्राद्ध मे सामिल होने के लिए फिर खुला भारत नेपाल बार्डर

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एक दिन के लिए खुला अंतरराष्ट्रीय झूला पुल धारचूला से नेपाल के बीच आवाजही

नदीम परवेज़ धारचूला

लंबे समय  से भारत का मित्र देश रहा नेपाल भले ही आज चीन की भाषा बोल रहा हो किन्तु दोनों देशो के बीच रिश्तो की दीवार को तोड़ना इतना आसान नहीं है ये खुद नेपाल भी महसूस करता हैं | यही  वजह है की बार्डर सील होने के बाद भी खास मौके और जरूरत पर दोनों देशो के बीच गेट को कोरोना काल के दौरान भी खोला जाता रहा है | इसी कड़ी मे शुक्रवार को भी दोनों देशो के नागरिक एक दूसरे देश मे अपनी रिश्तेदारी- धर्म निभाने के लिए गए जिसके लिए एसडीएम द्वारा विशेष अनुमति दी गयी थी

कोरोना की मार के बीच चीन सीमा पर तनाव के बाद नेपाल देश द्वारा चीन के सुर मे सुर मिलाये जाने के बाद से भारत नेपाल सीमा पर स्थित झूला पुल आवाजही के लिए बंद है हालांकि दोनों देशो के बीच रोटी और बेटी के रिश्ते को देखते हुए कोरोना काल मे भी समय समय पर खोला जाता रहा है | इस बार भी भारत मे आरएच रहे राजेंद्र ऐरी को अपने ताऊ जी  की मृत्यु पर सगे सम्बन्धियो के साथ  नेपाल जाना था साथ ही मंदोदरी तिकारी के वार्षिक श्राध मे भी कराइब 101 व्यक्तियों को नेपाल जाना था | दोनों देसो के प्रशासनिक अधिकारियों की सहमति के बाद शुक्रवार को सुबह 9 से 10 बजे तक और साम को 4 से 5 बजे तक पुल को खोलकर आवाजाही की गयी | इस दौरान 97 लोग नेपाल गए जबकि 82 लोग भारत मे दाखिल हुए इस दौरान बाजारो मे खूब रौनक दिखाई दी जबकि भीड़भाड़ के चलते कोरोना को लेकर जागरूकता की कमी साफ नजर आयी |

अंतर्राष्ट्रीय झूला पुल विभिन्न कारणों से लॉकडाउन के बाद अभी तक बीच-बीच में खुलता रहता है । जिससे कि नेपाली नागरिक अपनी खाद्य सामग्री आदि भारत से ले जा सकें दोनो दैशो के आपसी सम्बन्ध जमीनी स्तर में रोटी बेटी के है
अन्तर्राष्ट्रीय झुला पुल स्वास्थ्य शिक्षा या किसी की मृत्यु , श्राद्ध , विवाह आदी के लिए यह पुल लॉकडाउन से अभी तक लगातार 1 एक या 2 घंटे के लिए खुल रहा है। परंतु स्थाई रूप से कब सीमा खुलेगी यह अभी कहना मुश्किल है। क्योंकि राजनीतिक स्तर पर नेपाल आंखें तरेर रहा है.

उप-निरीक्षक एस एस बी हेमन्त कुमार धारचूला

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