हरिद्वार। देह व्यापार में धकेलने के लिए लाई गई बिहार की चार महिलाओं को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) और हरिद्वार की रानीपुर पुलिस की टीम ने रेस्क्यू किया है। महिलाएं बिहार से दिल्ली आई थीं और वहां से उन्हें सिडकुल में नौकरी दिलाने के लिए हरिद्वार भेजा गया था। पुलिस ने मौके से एक महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है। पुलिस अधीक्षक नगर स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि महिलाओं को पता चलने पर उन्होंने पड़ोसियों से मदद की गुहार लगाई थी। डायल 112 के माध्यम से रानीपुर पुलिस और एएचटीयू की टीम को किसी ने सूचना दी थी कि उनके बराबर में रहने वाली एक महिला ने बिहार की चार महिलाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर यहां बुलाया है।
वह उनसे देह व्यापार कराना चाहती है। सूचना मिलते ही गैस प्लांट चैकी प्रभारी अशोक सिरसवाल, आरक्षी रवि चैहान और महिला उप निरीक्षक ज्योति नेगी के साथ मौके पर पहुंचे। यहां आस मोहम्मद उर्फ राजू कुरैशी निवासी दादूपुर, गोविंदपुर के मकान में छापा मारा। मकान में रवि कुमार निवासी गांव न्यू पटेल नगर मैदा मिल खलासी लाइन फाटक थाना कुतुबशेर जिला सहारनपुर और उसकी पत्नी सिमरन मिले। पुलिस को देखकर मकान के अंदर मौजूद चार महिलाएं बाहर बरामदे में आ गईं। महिलाओं के पास दो बच्चे भी थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि रवि और सिमरन उन्हें जबरदस्ती देह व्यापार में धकेलना चाह रहे थे। उन्होंने पड़ोसियों की मदद से पुलिस को बुलाया था। पुलिस ने महिलाओं की शिकायत पर आरोपी रवि और सिमरन को गिरफ्तार कर लिया। रेस्क्यू की गई एक महिला ने बताया कि वह दिल्ली में लाजपत नगर में किराये पर रह रही थी। पड़ोस में ही रहने वाली महिला ने सिडकुल की फैक्टरी में काम दिलवाने के नाम पर 20 अगस्त को रजनी उर्फ सिमरन से बात करवाई थी।
इसके बाद वह उसे 21 अगस्त को हरिद्वार लेकर आई थी और उसे रजनी के यहां पर छोड़कर चली गई। वह 24 अगस्त को हरिद्वार पहुंचे थे। रजनी ने उन्हें तब से एक कमरे में बंद करके रखा हुआ था। तब से यहां पर रोजाना नए-नए लोग आकर उन्हें देख रहे थे। शनिवार की शाम को सिमरन ने कहा था कि आज दो लोग आएंगे और उन्हें नौकरी पर लेकर जाएंगे। पुलिस को मौके पर मिले मोबाइल में रेस्क्यू की गई महिलाओं के फोटो और व्हाट्सएप चैट भी मिली है। इससे उन्हें देह व्यापार के धंधे में धकेलने का खुलासा हुआ है। आरोपियों ने महिलाओं के आने के बाद उनके फोटो मोबाइल में खींचकर कुछ लोगों को व्हाट्सएप भी किए थे।