केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना से भी नही बदला ग्रामीणों का भाग्य।
दो महीनों से अंधेरे में कवागड्डी गाँव।
बिधुत विभाग पर उदासीनता बरतने का आरोप।
विधुत विभाग के अधिशासी अभियंता नही उठाते फोन।
ऊत्तरकाशी जिले में यमनोत्री विधानसभा का मामला।
गिरीश गैरोला

पूरे देश मे सभी गांंवो को सत – प्रतिशत विधुतीकरण के उद्देश्य को लेकर चल रही दीन दयाल उपाध्याय योजना और सौभाग्य योजना में गाँव गाँव घर घर बिधुत पोल लगाकर बीपीएल परिवारों को निशुल्क बिजली कनेक्शन देने के योजना को स्थानीय ठेकेदार
पलीता लगा रहे हैं। ग्रामीणों ने
आरोप लगाया कि विधुत विभाग के बड़े अधिकारी भी इस खेल में मिलीभगत कर रहे है।

चिन्यालीसौड़ से जोगत मोटर मार्ग पर कवागड्डी गाँव मे विगत दो महीनों से लाइट नही जल सकी है और लोग अंधेरे में रहने को मजबूर है। आरोप है कि विभाग के लाइन मैन ने वैकल्पिक ट्रांसफार्मर से भी गाँव की लाइन काट दी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गाँव मे ठेकेदार ने अपने सुविधा अनुसार बिल बढ़ाने के लिये कही बहुुत ही
पास बिजली के खंबे लगा दिए है जबकि किसी स्थान पर बहुत दूर तक पोल नही दिए गए है।

पोल लगाने के काम में विभागीय मिली भगत का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने जांच की मांग की है। साथ ही दो महीनों से गुल बिजलिंको बहाल न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने बताया कि दर्जनों बार विभाग के चक्कर काटने के बाद भी कोई हरकत विभाग में नही दिखी।
ग्रामीण नरेंद्र ने बताया कि विभाग कुछ खास लोगो पर मेहरबान है लिहाजा इस पूरे मामले की जांच की जानी चाहिए।
मीडिया के गाँव पहुचने की सूचना पर बड़े अधिकारी अधिशाषी अभियंता गौरव सकलानी
ने एक जेई सतीश सैनी को मौके पर भेजा । जिन्होंने बताया कि ग्रामीणों से मिलकर जल्दी समाधान कर दिया जाएगा।
