काम — काम – और काम .
सुबह बिस्तर छोड़ते ही हम लोग काम पर लग जाता है और देर रात तक अपने डेली रूटीन में इतने व्यस्त रहते है कि खाने तक की फुर्सत नहीं होती, घड़ी देखकर खाना खाते है, रोज उठने के बाद फिर वही रूटीन । क्या आपको ऊब नहीं होती इससे ?
क्या आप नहीं चाहते की आपके शरीर के साथ आपके दिमाग को भी कुछ पल का आराम मिले ?
क्या कोई चार्जर है जो आपके मोबाइल के साथ आपको भी री चार्ज कर दे , -+तारो ताजा कर दे ?
अगर आपका जबाब हाँ है तो आप सावही जगह पर है आज हम आपको ऐसा खेल खिलाएँगे जिसमे आपके शरीर के साथ आपका दिमाग भी तरोताजा हो जाएगा, री चार्ज हो जाएगा और इसके बाद आप बिना थके बिना रुके तीन महीने तक काम कर सकेंगे वो भी टेंसन मुक्त ।
घबराइईए नहीं हम आपको किस डाक्टर पता नहीं बता रहे है बल्कि आपको अडवेंचर की तरफ ले जा रहे है वॉटर स्पोर्ट्स की तरफ , आपको पानी के साथ जल क्रीडा का मौका दे रहे है ।
तो चलिये आपको लिए चलते हैं एडवेंचर की दुनिया में और आपको समझाते हैं कि आप कैसे एक बार इसको आजमाने के बाद महीनों तक बिना थके बिना रुके अपना काम कर सकते हैं।
तो हो जाइए तैयार हमारे साथ राफ्टिंग के लिए और हम शुरुआत करने जा रहे हैं उत्तरकाशी के तिलोथ पुल से- हमारे टीम गाड़ी से राफ्ट को लेकर आ चुकि हैं और राफ्ट को गाड़ी से उतार रहे हैं । राफ्ट को जमीन पर उतारने के बाद इसकी प्रॉपर जांच की जाती है इसमे हवा प्रोपर है या नहीं ।
इसके साथ ही इसमें सेफ्टी उपकरण जैसे हेलमेट, लाइफ जैकेट और एक रोप के साथ फ़र्स्ट ऐड मेडिकल किट भी होती है ।
ये जो आप पैडल देख रहे हैं जो पानी को धक्का देकर आगे बढ़ाने का काम करते हैं यह भी दो तरीके के होते हैं एक वह जो सभी टीम मेंबर यूज करते हैं और दूसरा पेडल जो थोड़ा बड़ा होता है इसे सिर्फ गाइड ही यूज करता है।
राफ्टिंग के दौरान गाइड सबसे पीछे की तरफ बैठता है और गाइड के दिशा निर्देश के अनुसार ही टीम मेंबर राफ्ट को फॉरवर्ड या बॅक वर्ल्ड ले जाने का काम करते हैं ।
अगर रास्ते में पत्थर या कोई भी रोक अथवा चट्टान आ जाए और राफ्ट की दिशा बदलनी हो तो गाइड की कमांड के अनुसार ही सभी लोगों को टीम भावना से चप्पू चलाना पड़ता है । इस दौरान कई बार आगे बढ्ने के लिए फॉरवर्ड और बैकवर्ड कमांड की जरूरत पड़ती है और बीच बीच मे उन्हें रिलैक्स कमांड भी दी जाती है > राफ्टिंग का असली मजा उस दौरान मिलता है जब राफ्ट ढलान पर पानी पर उछलते हुए आगे बढ़ती है ऐसे में कई बार पानी की कुछ बूंदें भी आपको भिगो कर अंदर तक सिंहरन पैदा कर देती है
कई बार पानी राफ्ट के अंदर भी आ जाता है और गर्मी मे भी शारदी का अहसास करा देता है और यहीं से शुरू होता है जल क्रीडा का रोमांच। अडवेंचर ।
कुछ सेफ्टी फीचर्स भी होते हैं जो गाइड द्वारा सिखाए जाते हैं कि किस तरह से पानी के बीच रास्ता बनाते हुए पत्थरों और अवरोध को बचाते हुए आगे बढ़ना होता है ।
राफ्टिंग करते हुए कई बार राफ्ट फंस जाती है तब देखिये कैसे राफ्ट को बाहर निकाला जाता है
इसके अलावा जब राफ्ट शांत जल में आ जाती है तो इस दौरान आप इसके ऊपर रोमांच के कई गेम्स खेल सकते है खबरने की कोई बात नहीं, आपने जो लाइफ जैकेट पहन रखी है , ये आपको 48 घंटे तक पानी में डूबने नहीं देगी साथ ही हेलमेट भी जरूरी है , क्योंकि अगर किसी वजह से राफ्ट पत्थर से टकराती है तो आपके सर सुरक्षित भी जरूरी है ।
इस तरह के कई मजेदार गेम्स आप राफ्ट पर एंजॉय कर सकते हैं
देखीये झील के बीच आप पुल के नीचे से गुजर रहे है इसका अहसास शब्दो मे बयान नहीं हो पा रहा है
यदि कोई गलती से भी पानी में गिर जाता है तो उसे किस तरह से निकाला जाता है देखिये
वैसे ये भी एंजॉय का मोमेंट होता है गेम्स का हिस्सा होता है जिसमें आपको जानबूझकर पानी में गिराया जाता है और फिर पानी से बाहर निकाला जाता है।
पहली बार पानी में गिरने पर बेहद डर लग सकता है लेकिन धीरे-धीरे आपको इसकी आदत हो जाती है और ये एडवेंचर स्पोर्ट्स बन जाता है , यही वजह है कि लोग दिल्ली-मुंबई जैसे महानगरों से कई सौ किमी चलकर ऋषिकेश तपोवन आते हैं और महीनों महीनों तक रिचार्ज हो कर वापस लौट जाते हैं ।
उत्तरकाशी माघ मेला के दौरान स्थानीय लोगों को भी जल क्रीडा की ट्रेनिंग देने के बाद इस फील्ड में उतारा गया है ताकि वे भी इस में रोजगार के अवसर तलाश कर सकें ।
सुरक्षा के लिहाज वॉटर स्पोर्ट्स की हर इवेंट्स के लिए अलग से लाइसेन्स दिये जाते है ताकि आपकी सुरक्षा के बेहतरीन इंतजाम हो सके और आपको वाटर स्पोर्ट्स का भरपूर आनंद मिल सके
तो देर किस बात की है ये झील भी तो आपका ही इंतजार कर रही है।
अपने रूटीन काम से हटकर के तो देखिए आपको लगेगा कि आपके मोबाइल की तरह आपको भी रिचार्ज की जरूरत थी और आपको यह काम बहुत पहले कर लेना चाहिए था ।
किस्मत वाले हैं वे लोग – पानी और झील जिनके पास है, वरना ऐसे भी लोग हैं जो सैकड़ों किलोमीटर का सफर कर जल क्रीडा के लिए समय और पैसा दोनों खर्च करते है और अपने मन पसंदीदा स्थानों पर पहुंचते हैं और फिर कम से कम दो-तीन महीनों के लिए रिचार्ज होकर ही लौटते है ।