व्यापार मंडल ने खोला दूसरा फ्रंट।
नगर में खाली पड़ी जमीन पर पर्यटन को बढ़ावा देने की खुद सूरु की पहल।
गिरीश गैरोला
शिव नगरी उत्तरकाशी में गंगा भागीरथी में बाढ़ से नुकसान के बाद हुए पुनर्निर्माण में आरसीसी दीवार निर्माण के किनारे निकले अतिरिक्त स्थान पर जहां ओएनजीसी के आर्थिक सहयोग से रिवर फ्रंट पार्क स्थानीय लोगो को खूब भा रहा है, वही एक उम्मीद भी बनने लगी है कि झील और नदी के किनारे चारो तरफ सौंदर्यीकरण से पर्यटन को नए पंख लग सकेंगे। सरकारी मदद से तैयार हुए रिवर फ्रंट पार्क के बाद व्यापार मंडल ने भी दूसरे फ्रंट पर काम करना सुरु कर दिया है।
उत्तरकाशी जिला व्यापार मंडल ने भी एक पहल करते हुए जड़ भरत मंदिर से मणिकर्णिका के बीच भागीरथी के किनारे पट्टी पर साफ- सफाई का कार्य सुरु कर पौध रोपण के बाद इस फ्रंट को भी एक पार्क का रूप देने की पहल पर काम करना सुरु कर दिया है।
व्यापार मंडल उत्तरकाशी के जिला अध्यक्ष सुभाष बड़ोनी ने बताया कि हर कार्य के लिए सरकार का मुंह ताकने की बजाय कुछ प्रयास अपने स्तर से भी किये जाने चाहिए ।जिससे अपने घर की तरह अपने नगर के लिए भी प्रेम की भावना पैदा हो सके। इस सामूहिक प्रयास में सभी आसपास के निवासियों से , स्कूली छात्रों और व्यापारियों से भी अपील की जाएगी कि किसी अपने के नाम से पार्क में कम से कम एक पेड़ लगाकर इसकी पूर्ण जिम्मेदारी ले।
व्यापार मंडल से जुड़े वीरेंद्र बत्रा, अजय बड़ोला, और शोभेन्द्र कलूड़ा ने बताया कि मणिकर्णिका घाट पर साफ सफाई के बाद व्यापार मंडल ने ही गंगा आरती की सूरूवात की थी , जिसके बाद नगर के कई अन्य घाट पर भी प्रतिदिन गंगा आरती का क्रम सुरु हुआ जो आज भी जारी है।
अब व्यापार मंडल अपने प्रयासों से पार्क निर्माण कर एक और और लकीर खींचना चाहता है ताकि एक सुंदर संदेश जनता के बीच दिया जा सके। यदि यही पहल अन्य संगठनों ने भी जारी रखी तो पूरे नगर में खाली पड़ी जमीन पर पौध रोपण तो होगा ही अतिक्रमण पर भी रोक लगेगी और नगर में पर्यटक अधिक देर तक ठहरेगा तो नगर की आमदनी में भी बढ़ावा होगा।