देहरादून। स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एंबेसडर, संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ने सरकारी अस्पतालों में मेगा सफाई अभियान का सम्पूर्ण भारत में आयोजन का निर्णय लिया। इसी कड़ी में उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून के दून अस्पताल में आज सुबह संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत साफ-सफाई व वृक्षारापेण किया गया। जिसमें मिशन के स्वयंसेवकों, सेवादल और संत निरंकारी मिशन के 650 सक्रिय सदस्यों ने भाग लिया। वहीं दून अस्पताल प्रशासन से मिशन को एक पार्क की देखभाल एवं साफ-सफाई का जिम्मा सुपूर्द किया गया।
गिरीश गैरोला
सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से फाउंडेशन की सभी सामाजिक गतिविधियों को नियमित रूप से मानव में ईश्वर अंश को जानकर किया जाता है। ज्ञातव्य हो कि दून अस्पताल के सीएमएस के0के0 टम्टा एवं सुशील ओझा की अध्यक्षता में मिशन के सक्रिय स्वयंसेवकों, सेवादल और संत निरंकारी मिशन के सक्रिय सदस्यों की मदद से अस्पताल के भवन, शौचालयों, जल निकासी के साथ-साथ जल क्षेत्रों और पार्कों की स्वच्छता की गई। वहीं इस अभियान के तहत सम्पूर्ण भारत के 400 शहरों के 1266 सरकारी अस्पतालों में मिशन के लगभग 3.5 लाख स्वयंसेवकों, सेवादल और संत निरंकारी मिशन के सक्रिय सदस्यों द्वारा स्वच्छता की गई।गौरतलब हो कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में फाउंडेशन द्वारा 2003 से समय-समय पर स्वच्छता और वृक्षारोपण अभियान चलाये जा रहे है। वर्ष 2010 से विभिन्न सामाजिक गतिविधियां जैसे कि ऐतिहासिक स्मारकों, समुद्री तटों और नदियों के किनारे, अस्पतालों, सार्वजनिक स्थानों और विशेष रूप से प्रमुख रेलवे स्टेशनों को साफ-सुथरा बनाने के लिए पिछले 6-7 वर्षों से लगतार स्वच्छता अभियान चलाये जा रहे हैं वहीं इन प्रयासों को जन-साधारण और भारत सरकार द्वारा बहुत सराहा गया है। अपने आदर्शों को व्यावहारिकता के धरातल पर मूर्त रूप देते हुए जैसा कि ‘जीवन की सार्थकता तभी है, अगर यह दूसरों के लिए जिया जाए’। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन निरंकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज के मानव कल्याण के दृष्टिकोण से निर्देशित है, जिसका मानव के प्रति भाव है कि ‘प्रदूषण भीतर हो या बहार, दोनों हानिकारक हैं’।