विश्व फार्मेसी दिवस पर मरीजो को बांटे फल।
जानकर प्रशिक्षित से ही ले दवा ।
ओवर डोज हो सकती है जानलेवा।
गिरीश गैरोला।
पूरे विश्व मे वर्ष से 25 सितंबर 2001 से मनाया जाने वाला विश्व फार्मेसी दिवस भारत मे 2013 से सुरु हुआ। इस मौके पर उत्ततारखण्ड के सभी जिलों में फ़ार्मशिस्ट संघ ने मरीजो को फल और जूस बांट कर स्वास्थ्य जागरूकता अभियान की सूरूवात की।
उत्तरकाशी फ़ार्मशिस्ट यूनियन के जिला अध्यक्ष पंवार ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य मरीजो को स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना है उन्होंने बताया कि गलत मात्रा में अथवा अनजान व्यक्ति से दवा लेने पर लाभ की बजाय हानि हो सकती है इतना ही नही दवा की निर्धारित मात्रा से कम अथवा ज्यादा लेने से भी साइड इफ़ेक्ट हो सकते है लिहाजा अपने स्वास्थ्य की तरफ सभी लोग ध्यान दे और प्रशिक्षित फार्मशिस्ट से ही दवा ले।
प्रभारी सीएमएस रावत ने माना कि फार्मशिस्ट स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ होते है। डॉक्टर द्वारा पर्चा लिख देने के बाद दवा देने की जिम्मेदारी फ़ार्मशिस्ट की ही होती है , उसके अलावा केमिकल की बेहतर जानकारी भी फ़ार्मशिस्ट को ही होती है। लोग सेल्फ डायग्नोज न करे और न ही ओवर डोज ले अन्यथा सास्थ्य खराब हो सकता है।
कार्यक्रम के अंत मे यूनियन ने सभी मरीजो को फल और जूस वितरित किया।