शैलेन्द्र सिंह महन्त
BDC member Chiniyalisour Uttarkashi
उत्तरकाशी से देहरादून का सफर 22 किमी कम होता यदि निर्माण संस्था समय पर कार्य पूर्ण कर देती। सुवाखोली से वाया मसूरी होते हुए ट्रैफिक जाम के साथ 50 किमी की दूरी तय करनी होती है जबकि केवल 9 किमी के हिस्से में ठेकेदार ने न तो काम सुरु किया और न कोई जबाव दिया।
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी को एक बहुत बड़ी राहत मिलती यदि सुवाखोली से सहस्त्रधारा के लिंक मे एक निर्माण कंपनी, लोक निर्माण विभाग को धोखा न देती। पिछले डेढ़ साल से लोक निर्माण विभाग ने कंपनी को कई बार नोटिस दे दिये है लेकिन उसने नोटिसों का जवाब नहीं दिया है। यह कहना है लोक निर्माण विभाग देहरादून डिवीज़न का। गौरतलब है कि सुवाखोली से सहस्त्रधारा का जो लिंक मार्ग है वह 28 किलोमीटर है जबकि सुवाखोली से वाया मसूरी देहरादून की दूरी 50 किलोमीटर है। ऐसे मे यह लिंक मार्ग कम्पलीट हो जाता है तो जहाँ सुवाखोली से देहरादून की दूरी 22 किलोमीटर कम हो जाएगी तो वहीं यात्रियों को मसूरी भी नही जाना पड़ेगा। उत्तरकाशी के लिए भी यह बड़ी राहत होगी और उत्तरकाशी से देहरादून की दूरी 118 किलोमीटर हो जाएगी जो वर्तमान मे 140 किलोमीटर है यानि सीधे पौने घंटे का सफर कम हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस लिंक मार्ग का कार्य लोनिवि देहरादून के पास है। इस डिवीज़न के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जगमोहन सिंह चौहान से जब सड़क की प्रगति की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि 28 किलोमीटर के इस लिंक मार्ग मे 13 किलोमीटर व 6 किलोमीटर का पैच लगभग तैयार हो गया है औऱ शेष सिर्फ 9 किलोमीटर बचा है जिस पर अभी कार्य होना बांकी है। इस 9 किलोमीटर मे कार्य न होने की वजह जब उनसे जाननी चाही तो जवाब मे उन्होंने बताया कि डेढ़ साल पूर्व 9 किलोमीटर के बचे पैच का कार्य करने के लिए आरकेलाइट कंपनी के साथ बांड हुआ था लेकिन उसने कार्य नहीं किया। विभाग की ओर से कई बार उक्त कंपनी को नोटिस दिये जा चुके हैं लेकिन कंपनी का कोई जवाब नहीं मिल रहा है। विभाग का मानना है कि यदि कंपनी कार्य कर रही होती तो मार्ग लगभग अंतिम चरण में होता। ।