उत्तरकाशी में चला पुलिस का सख्त अभियान — 32 वाहन चालकों पर गिरी गाज 🚓

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🚨 सड़क पर रफ्तार पर लगी लगाम!

ओवरस्पीडिंग, बिना हेलमेट और नाबालिग ड्राइविंग पर कार्रवाई; 5 वाहन सीज, ₹9 हजार जुर्माना वसूला गया

उत्तरकाशी, 10 नवंबर 2025 —
उत्तरकाशी की सड़कों पर रविवार को पुलिस ने रफ्तार के दीवानों और नियम तोड़ने वालों पर शिकंजा कस दिया।
कोतवाली और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने पूरे शहर में अचानक वाहन चैकिंग अभियान चलाया, जिसमें 32 चालकों पर कार्रवाई की गई और 5 वाहन सीज कर दिए गए।


🛑 सड़क सुरक्षा पर पुलिस की पैनी नज़र

पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी महोदया के निर्देश पर यह अभियान चलाया गया।
एसएचओ कोतवाली और यातायात उपनिरीक्षक के नेतृत्व में टीमों ने जनपद मुख्यालय और आसपास के इलाकों में सघन चेकिंग की।
लक्ष्य था — सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना और लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना।


⚠️ ओवरस्पीड, स्टंट और बिना हेलमेट वालों पर शिकंजा

पुलिस टीम ने ओवरस्पीडिंग, बाइक स्टंटिंग, नाबालिगों द्वारा वाहन चलाना, बिना हेलमेट या सीटबेल्ट जैसी गंभीर लापरवाहियों पर तुरंत कार्रवाई की।

“सड़क पर जान से ज्यादा कीमती कुछ नहीं। जो नियम तोड़ेगा, अब बख्शा नहीं जाएगा।”
— पुलिस अधिकारी, उत्तरकाशी


💸 9 हजार का जुर्माना, 5 वाहन सीज

अभियान के दौरान कुल 32 चालानों के साथ ₹9,000 का संयोजन शुल्क वसूला गया, जबकि 5 वाहनों को सीज किया गया।
पुलिस ने मौके पर ही लोगों को सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की हिदायत दी।


🚦 “नियम आपकी सुरक्षा के लिए हैं, सज़ा के लिए नहीं”

चेकिंग के दौरान पुलिस ने चालकों से बातचीत कर समझाया कि नियम तोड़ना सिर्फ जुर्माना नहीं, बल्कि अपनी और दूसरों की जान से खिलवाड़ है।
कई युवाओं ने मौके पर वादा किया कि वे अब बिना हेलमेट या सीटबेल्ट के वाहन नहीं चलाएंगे।


🏔️ उत्तरकाशी की सड़कों पर पुलिस की सतर्कता जारी

इस अभियान से स्पष्ट है कि उत्तरकाशी पुलिस अब सड़क सुरक्षा को लेकर शून्य सहिष्णुता नीति पर काम कर रही है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आने वाले दिनों में ऐसे अभियान लगातार चलाए जाएंगे।


💬 अंत में…

रफ्तार का रोमांच कुछ सेकंड का हो सकता है,
लेकिन एक गलती जिंदगीभर का पछतावा बन सकती है।

👉 याद रखिए — हेलमेट और सीटबेल्ट स्टाइल नहीं, सुरक्षा हैं।
उत्तरकाशी पुलिस की चेतावनी साफ है: “सड़क पर अनुशासन ही जीवन की गारंटी है।” 🚔


क्या आप मानते हैं कि ऐसे नियमित चेकिंग अभियान हर जिले में ज़रूरी हैं?
👇 अपनी राय कमेंट में बताएं!

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