देहरादून। जिला शिक्षाधिकारी आरएस रावत ने उप शिक्षाधिकारी चकराता के औचक निरीक्षण में बिना सूचना के विद्यालय से गायब रहने वाले छह शिक्षकों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की है। शिक्षा अधिकारी की कार्रवाई के बाद अन्य शिक्षकों में हडकंप मच गया। चकराता प्रखंड से जुड़े ग्रामीण इलाकों में शिक्षा व्यवस्था सुधारने को उप शिक्षाधिकारी पूजा नेगी दानू पिछले कई दिनों से लगातार स्कूलों का भ्रमण कर रहीं हैं। पूर्व में बीईओ के औचक निरीक्षण एवं अनुश्रवण के समय क्षेत्र के कई राजकीय विद्यालय से करीब 17 शिक्षकों के बिना सूचना व अवकाश स्वीकृति के स्कूलों से गायब रहने का मामला सामने आने पर उनका वेतन रोका गया था।
बावजूद इसके कुछ शिक्षक मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे। शिक्षकों के विद्यालय से अनुपस्थित रहने पर छात्रों का भविष्य चौपट हो रहा है। सीमांत क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था जांचने को गत दिवस बीईओ पूजा नेगी ने जूहा व राप्रावि संभरखेड़ा, राप्रावि कोटा-क्वानू, राप्रावि मैलोथ, राप्रावि क्वानू-मंझगांव व हाईस्कूल गबेला का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बीईओ को जूहा संभरखेड़ा स्कूल बंद मिला। हाईस्कूल गबेला के प्रधानाचार्य बिना अवकाश स्वीकृत के विद्यालय से अनुपस्थित मिले। बीईओ ने बिना सूचना के गायब रहे प्रधानाचार्य के वेतन पर रोक लगा दी। स्थानीय लोगों ने बीईओ को बताया कि क्षेत्र में कई शिक्षक नियमित रूप से विद्यालय का संचालन नहीं कर रहे। शिक्षकों के अक्सर गायब रहने से विद्यार्थियों का भविष्य खराब हो रहा है। क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था सुधारने को जिला शिक्षाधिकारी आरएस रावत ने बीईओ चकराता के निरीक्षण में स्कूलों से गायब रहे छह शिक्षकों के विरुद्ध निलबंन के आदेश जारी किए हैं। जिला शिक्षाधिकारी ने चकराता क्षेत्र के राजकीय विद्यालय दौधा में तैनात सहायक अध्यापिका मीरा देवी, शिक्षिका दीपा चौधरी, जूहा संभरखेड़ा में तैनात शिक्षक जयपाल सिंह, शिक्षक सरदार सिंह, राप्रावि संभरखेड़ा में तैनात शिक्षक शिव कुमार व शिक्षिका गुड्डी समेत छह शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।