📍सबहेडिंग (Subheading):
जनता दरबार में गूंजे गांवों के स्वर — सड़क, राशन कार्ड, शिक्षा, पुनर्वास और पेयजल की मांगों पर डीएम ने दिए कड़े निर्देश।
🔥 ओपनिंग पैराग्राफ
नई टिहरी के जिला सभागार में सोमवार को एक बार फिर डीएम नितिका खंडेलवाल के जनता दरबार में आम लोगों की उम्मीदें और समस्याएं टकराईं। 68 आवेदन—हर एक में एक दर्द, एक उम्मीद। जिलाधिकारी ने हर शिकायत को गंभीरता से सुना और मौके पर ही अधिकारियों को कार्यवाही के आदेश दिए।

💬 मुख्य भाग
डीएम खंडेलवाल ने कहा, “जनता की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कोई भी शिकायत अधूरी न रहे।”
जनता दरबार में पानी की कमी, पुनर्वास की मुश्किलें, शिक्षा विभाग की अनदेखी और खराब सड़कों के मुद्दे छाए रहे।
थाती डागर के अभिषेक नेगी ने शहीद आश्रित नियुक्ति की मांग रखी — डीएम ने मौके पर लोनिवि के अधीक्षण अभियंता को कार्रवाई के निर्देश दिए।
ग्राम कोरदी की मीना देवी ने अंत्योदय राशन कार्ड की गुहार लगाई — जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को तत्काल जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
ग्राम केपार्स के गौतम दास ने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत ऋण की मांग रखी — जिस पर जीएम डीआईसी को रिपोर्ट देने के निर्देश मिले।
प्रतापनगर के चतर सिंह नेगी ने खाल-हलेथ नरसिंहधार सड़क मुआवजे का मुद्दा उठाया — डीएम ने अधिशासी अभियंता को आवश्यक कार्यवाही के आदेश दिए।
ग्राम दिउली निवासी भादी देवी ने पंचायत भवन पर अवैध कब्जे की शिकायत रखी।
बुरांसबाड़ी के जगत सिंह धनोला ने कॉलेज के पास टूटी दीवार की मरम्मत की मांग की।
छाती-नकोट के शोभन सिंह रावत ने सड़क निर्माण से खेतों में मलबा डाले जाने की शिकायत की — जिलाधिकारी ने कहा, “हर पीड़ा का जवाब कार्रवाई होगी।”
🎯 भावनात्मक टच (Emotional Touch):
जनता दरबार में हर चेहरा उम्मीद से भरा था — कोई अपने गांव की सड़क के लिए आया था, कोई अपने बच्चों के भविष्य के लिए। जिलाधिकारी ने हर फरियादी से संवाद किया, धैर्य से सुना, और यकीन दिलाया — “टिहरी प्रशासन जनता के साथ खड़ा है।”
💡 क्लोजिंग लाइन (Closing Line):
जनता दरबार सिर्फ शिकायतों का मंच नहीं, उम्मीदों का पुल बन चुका है — जहां जनता की आवाज सीधे जिलाधिकारी तक पहुंचती है, और समाधान की पहली रेखा वहीं से शुरू होती है।
