📛 राज्यपाल तक नहीं दे रहे विपक्ष को समय, कांवड़ यात्रा में गुंडागर्दी पर भी कांग्रेस का वार
🧨 सबहेडलाइन:
➡️ पंचायत चुनाव से लेकर कांवड़ यात्रा तक, सरकार पर गंभीर आरोप
➡️ “सनातन धर्म की आड़ में हो रहा अराजकता का खेल”
➡️ बीकेटीसी अध्यक्ष की VIP यात्रा पर भी उठे सवाल
🎬 ओपनिंग
“जब विपक्ष की आवाज़ दबाई जाती है, तो लोकतंत्र नहीं, तानाशाही बोलती है!”
देहरादून के राजीव भवन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार पर एक के बाद एक बड़े हमले किए। उनकी आवाज़ में आक्रोश था, शब्दों में चुनौती — और मुद्दे, जनता की नब्ज से जुड़े थे।

➡️ “राज्यपाल विपक्ष से मिलने को तैयार नहीं!”
करन माहरा ने बताया कि कांग्रेस तीन बार राज्यपाल से मिलने का समय मांग चुकी है — लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
“यह लोकतंत्र की घोर अवहेलना है। क्या विपक्ष अब दरकिनार कर दिया जाएगा?”
➡️ “चुनाव आयोग भाजपा की जेब में!”
उन्होंने राज्य निर्वाचन आयुक्त पर उच्च न्यायालय के आदेशों की अनदेखी का आरोप लगाया।
“चुनाव निष्पक्ष नहीं, प्रायोजित हो रहे हैं। आयोग पर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी।”
➡️ कांवड़ यात्रा: भक्ति या भय?
करन माहरा ने भाजपा पर तीखा तंज कसते हुए कहा:
“मुख्यमंत्री फूल बरसा रहे हैं, पर कांवड़िए गाड़ियों में तोड़फोड़ कर रहे हैं। महिलाओं से बदसलूकी हो रही है, पुलिस मूकदर्शक बन गई है।”
उन्होंने सनातन धर्म पर चोट करने वालों को “अराजक तत्व” बताया और कहा —
“कांवड़ यात्रा की आड़ में धर्म की गरिमा धूमिल की जा रही है।”

➡️ “गुर्जर युवक को गोली, आरोपी को संरक्षण?”
हरियाणा नंबर की गाड़ी से आए बदमाश ने एक युवक को गोली मार दी और वैभव रावत को धमकाया।
“एफआईआर के बावजूद गिरफ्तारी नहीं, क्या ये भाजपा का संरक्षण नहीं?” — माहरा का सवाल
➡️ बीकेटीसी अध्यक्ष पर भी घेरा
“5 हादसे हो चुके, फिर भी VIP हेलीकॉप्टर उड़ानें जारी हैं। हेमंत द्विवेदी को परमिशन किसने दी?”
उन्होंने यूकाडा से स्थिति स्पष्ट करने और मुख्यमंत्री से उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
🗣️ भावनात्मक क्लोजिंग:
“यह सिर्फ राजनीति नहीं, जनता के सम्मान की लड़ाई है।”
करन माहरा ने साफ शब्दों में कहा —
“जब धर्म को ढाल बनाकर अराजकता फैलाई जाती है, और विपक्ष की आवाज़ कुचली जाती है — तो समय आ गया है जनता को जागने का!”
✅ समाप्ति विचार:
“सवाल सत्ता पर हैं, जवाब अब जनता देगी!”
