देहरादून । आजादी के महापर्व को विशेष बनाने के लिये प्रदेश के सभी राजकीय एवं निजी शिक्षण संस्थानों में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ मनाया जायेगा। जिसमें छात्र-छात्राएं, अध्यापक एवं विभागीय अधिकारी अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करेंगे। इसके साथ ही तिरंगा अभियान में अभिभावकों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जायेगी। जिसके सफल आयोजन के लिये संबंधित विभागों के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं।
सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने शासकीय आवास पर वर्चुअल माध्यम से विद्यालयी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें उन्होंने प्रदेशभर के शिक्षण संस्थानों में स्वाधीनता दिवस को बड़े महोत्सव के रूप में मनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक छात्र-छात्राओं में राष्ट्रभावना जागृत करने के उद्देश्य से प्रदेशभर के सभी राजकीय व निजी विद्यालयों, संस्कृत विद्यालयों, महाविद्यालयों, मेडिकल कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ अनिवार्य रूप से मनाया जायेगा। विभागीय मंत्री ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में 11 से 14 अगस्त के बीच किसी भी एक दिन तिरंगा अभियान आयोजित किया जायेगा। जिसमें हजारों छात्र-छात्राएं, शिक्षक एवं विभागीय अधिकारी प्रतिभाग करेंगे। इस अभियान में स्कॉउट एंड गाइड्स, रोवर्स रेंजर्स, एनएसएस, एवं एनसीसी के कैडेट्स की भागीदारी अनिवार्य रूप से रहेगी। इसके अलावा जनपद व ब्लॉक स्तर पर आयोजित तिरंगा अभियान में स्थानीय जनप्रतिनिधि व गणमान्य व्यक्ति की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जायेगी। जिसके सफल आयोजन को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे दिये गये हैं। डा. रावत ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान के तहत शिक्षण संस्थानों में विभिन्न गतिविधियां भी संचालित की जायेगी। जिसमें तिरंगा दौड़, तिरंगा संगीत, चित्रकला, भाषण, गायन व नाटक प्रतियोगिताएं तथा गोष्ठियां आयोजित की जायेंगी। इस दौरान छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ व स्वाधीनता आंदोलन के इतिहास के बारे में छात्र-छात्राओं को बताया जायेगा ताकि उन्हें आजादी के लिये अपने प्राणों की बाजी लागाने वाले बलिदानियों एवं स्वतंत्रता सेनानियों की वीर गाथाओं के बारे में जानकारी मिल सके। वर्चुअल बैठक में निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अंजू अग्रवाल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, निदेशक एससीईआरटी वंदना गर्ब्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा अजय नौडियाल, निदेशक संस्कृत शिक्षा आनंद भारद्वाज, संयुक्त निदेशक बेसिक शिक्षा रघुनाथ लाल सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।