जहाँ नाक है वहाँ सोना नही?

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बर्फबारी के समय देहरादून -रायपुर -क्यारा -धनोल्टी मोटर मार्ग  वैकल्पिक मार्ग पर्यटन में साबित होगा मील का पत्थर।

 वर्षों पुरानी है ये मांग ।

पर्यटन विभाग और सरकार भी नही है गंभीर।

 कई बार हो चुके आंदोलन ।

वर्षो बाद उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बर्फवारी से पर्यटको की आमद से होटल व्यापारियों की बढ़ी हुई उम्मीद पर सड़क बेंडि ने ब्रेक लगा दिए। बर्फवारी को लाइव देखने की चाहत अधूरी रहने से स्थानीय लोग ही इस मौके का लुफ्त उठा सके।

पर्यटन के मानचित्र पर सूबे में विभाग पर पुरानी कहावत फिट बैठती है’ जिसमे जहाँ नाक वहाँ सोना नही ‘ को लेकर कई बार स्थानीय जनता पहाड़ो की सुंदर प्राकृतिक छटा को पर्यटन से जोड़ने की बात कह चुके है किंतु विभाग आग लगने पर ही कुँवा खोदने को योजना बनाता दिखाई देता है।

भीषण बर्फबारी के कारण धनोल्टी चम्बा मसूरी मोटर मार्ग के आठ दिन बाद व नहीं खुलने के कारण स्थानीय लोगों को आवागमन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।धनोल्टी में स्वास्थ्य के लिए हॉस्पिटल की व्यवस्था ना होने के कारण लोग चम्बा या मसूरी जाते थे परंतु रोड बंद होने से लोगो के लिए यह गंभीर हालात उत्पन्न हो गए हैं कि स्वास्थ्य समस्या होने पर आखिर मरीजों को ले कैसे जाए।इसके साथ ही पर्यटकों का खूबसूरत स्थल बर्फबारी के मजा लेने लोग धनोल्टी आते थे पर रोड बंद होने से पर्यटकों को व स्थानीय व्यवसायीयों को मायूसी हाथ लगी है।इसके अलावा खाद्यान सामग्री दैनिक जरूरत मंद की सामाग्री लोगो के शादी विवाह में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वर्षों पुरानी मांग रायपुर क्यारा धनोल्टी मोटर मार्ग जो कि क्यारा तक बनी है।व मात्र 10 किलोमीटर की मांग क्यारा से धनोल्टी तक कि ग्रामीण स्थानीय जनता वर्षों से करती आ रही है पर हर समय जनप्रतिनिधियों विधायक जी शाशन प्रसाशन द्वारा इसे गंभीरता से नई लिया जा रहा है और  खोखले झूठे आस्वासन दिए जा रहे हैं , यदि यह रोड बनी होती तो पर्यटक स्थानीय ग्रामीण सुगमता से आवागमन कर सकते थे साथ ही राजधानी देहरादून की दूरी भी घट जाती।

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