नेशनल हाई वे पर दादागिरी।
बीच सड़क पर वाहन पार्क कर ड्राइवर चुनाव प्रचार में।
आचार संहिता का खुला उलंघन।
बेबस नजर आयी पुलिस।
चुनाव आयोग का बनाया मजाक।
चुनाव से जुड़े अधिकारी भी फंसे जाम में
गिरीश गैरोला।
उत्तरकाशी ।
अपने प्रत्यासी के चुनाव प्रचार का ऐसा नशा चढ़ा कि ड्राइवर बीच सड़क पर अपना वाहन खड़ा कर वोटरों को रिझाने चला गया।
गंगोत्री रास्ट्रीय राजमार्ग पर भंडारी एनेक्सी होटल के पास अनियमित ढंग से पार्क किये गए इस वाहन ua07 N 7786 से करीब आधा किमी लंबा जाम लग गया , और लोग अपनी अपनी जगह स्थिर होकर राह गए।
जाम की सूचना पर कोतवाली से पोलिस के जवान मौके पर पहुचे तो उन्हें जाम में फंसे लोगों ने जमकर अपनी भड़ास सुनाई। इस बीच चुनाव से जुड़े कई अधिकारी भी जाम में फंसे नजर आये। और गाड़ी को चालान करने की बात होने लगी।
किन्तु जैसे ही पोलिस के जवानों को पता चला कि उक्त वाहन किसी राजनैतिक दल के नेताजी का है उनके हौसले भी पस्त हो गए।
इस बीच कोतवाली प्रभारी को फोन पर जानकारी दी गयी तो उन्होंने भी दो चार कॉन्स्टेबल मौके पर भेजकर पल्ला झाड़ने में ही भलाई समझी किन्तु कोई भी बड़ा अधिकारी कार्यवाही के लिए सामने नही आया। हालांकि संबंधित पार्टी के कार्यकर्ता भी चालक की गलती स्वीकार करते हुए उसे सबक सिखाने की बात कह रहे थे।
करीब एक घंटे बाद शान से झूमता हुआ नेताजी के ड्राइवर आया और अपनी वाहन को आगे ले गया। जाम खुला तो मौके पर फंसे यात्रियों ने तो राहत की सांस ली किन्तु चुनाव आयोग उसकी अचार संहिता और उससे जुड़े अधिकारियों को जमकर कोसा जो दिन के उजाले में हर चौक चौराहे पर वीडियो रिकॉर्डिंग यूनिट के साथ खड़े मिल जाते है किंतु एक घंटे से न तो फोन उठाने की जहमत की और न दोषी चालक के खिलाफ कार्यवाही की हिम्मत ही जुटा पाया।
वोट मांगते समय ही जब ऐसी दादागिरी होगी तो जीतने पर क्या होगा। संबंधित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपने छूट भैया नेताओ को ऐसी गलती के लिए अलग कमरे में तो कमसे कम जरूर अपने अंदाज में सुनवाई करनी चाहिए।
https://youtu.be/TA6RppMrOi0