सीएम पुष्कर सिंह धामी और उनके सरकार की छवि क्या उनके मंत्रियों की वजह से खराब हो रही है ? क्या धामी की कोशिशों पर मंत्रियों के कारनामे भारी पड़ रहे हैं ? क्या मंत्रियों के मनमर्जी सरकार के कामकाज को रोकने की कोशिश कर रही है? क्या मंत्रियों का रवैया सरकार के लिए एक संकट का सबब बन चुका है ? क्या भविष्य में धामी के सामने यह चुनौती है कि vo कैसे मंत्रियों को बचाएं और कैसे सरकार को पाक साफ रख सके ?
यह सवाल बहुत गंभीर है और इसीलिए क्योंकि मंत्रियों के कारनामों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं
सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत के कामकाज को लेकर सवाल पहले से ही उठते रहे हैं मौजूदा दौर में एक बार फिर वही मुद्दा यानी भर्ती घोटाले का मुद्दा सामने आया है सहकारिता विभाग में भर्ती घोटाले की जांच भी हुई। इंटरनल जांच हुई लेकिन उसकी रिपोर्ट कहां है इसका किसी को पता नहीं है । रिपोर्ट में क्या निकला इसको किसी को पता नहीं, इसलिए ab डिमांड इस्तीफे की हो रही है और दबाव भी बढ़ रहा है
सहकारिता विभाग में भर्ती घोटाले को लेकर तमाम तरीके के सवाल पहले से भी हैं और इस बीच धामी ने सहकारिता विभाग की समीक्षा भी की है लेकिन सवाल ये कि समीक्षा में निकला क्या? और क्या भर्ती घोटाले के बारे में वहां कोई चर्चा हुई। दूसरी ओर प्रेमचंद्र अग्रवाल भी निशाने पर हैं बार-बार उनके खिलाफ भी आवाज उठती रही है । विधानसभा का भर्ती घोटाला हो या फिर उनके बयान बाजी जिसे लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं और अब प्रेमचंद अग्रवाल का इस्तीफा भी manga जाने लगा है
विधानसभा में बैक डोर एंट्री को लेकर प्रेमचंद्र अग्रवाल के खिलाफ पहले से ही नाराजगी है। सवाल कई तरह के के उठ रहे हैं और इस बीच अब उनके एक बयान को लेकर भी विवाद बढ़ा है जो बयान उन्होंने अंकिता मर्डर केस के सिलसिले में दिया था जो बातें उन्होंने कहीं , कहीं न कहीं उसे लेकर अब सियासत गर्म है और हमले तेज हो चुके हैं
सीएम धामी लगातार इमानदार सरकार चलाने की बात तो करते हैं लेकिन जिस तरीके से सवाल उनके मंत्रिमंडल के साथियों पर उठ रहे हैं , ऐसे में यह कहा जा सकता है कि क्या सरकार की कथनी और करनी में अंतर है? क्या धामी जो कह रहे हैं उस पर मंत्र ही बट्टा लगा रहे हैं ? और अगर ऐसा है तो क्या नैतिकता के आधार पर कोई कदम उठाए जाएंगे या फिर धामी कोई एक्शन लेंगे या यूं ही सब कुछ ऐसा ही चलता रहेगा और उत्तराखंड में जनता देखती रहेगी और विपक्ष यू बयानबाजी करता रहेगा