उत्तराखण्ड वासियों को मुफ्त में मिले बिजलीः आनंद

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देहरादून। हम सब साथ है संस्था के अध्यक्ष रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि टिहरी बांध उत्तराखण्ड में बना है और इसको बनाने के लिए टिहरी शहर को डुबाना पड़ा जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए इस पर भी उत्तराखण्डवासियों को बिजली के बिल में कोई राहत नहीं है। वरन समय समय पर बिजली दर में वृृद्धि होती रहती है। उन्होंने मांग की कि उत्तराखण्डवासियों को सरकार द्वारा मुफ्त बिजली मुहैया कराई जानी चाहिए। 

गिरीश गैरोला

यहां एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि टिहरी बांध विशालकाय एवं भारत का सबसे बड़ा बांध है और सबसे ज्यादा खतरे वाला बांध है। ज्ञात हो कि बांध का काम शुरू होने से पूर्व बांध को स्वीकृत प्रदान करने वाली एक कमेटी द्वारा इस बांध प्रोजेक्ट को रिस्क फैक्टर देखते हुए रिजेक्ट कर दिया गया था। फिर कई वर्ष उपरांत इसे स्वीकृति देते हुए पुरानी टिहरी को उजाड़ा गया, गांव के गांव खाली करवाए गए और बांध का निर्माण करवाया गया। जिसमें वह रिस्क फैक्टर बना रहा और आज भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सब कहने का तातपर्य यह है कि यदि हम उत्तराखण्डवासी इतना बड़ा रिस्क लिए हुए है तो उत्तराखण्ड वासियों को उससे होने वाले बिजली उत्पादन में पैसा क्यों देना पड़ रहा है।

रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि हमारे कुछ पड़ोसी राज्य हमसे ही बिजली खरीद कर जनता को मुफ्त या छूट पर प्रदान कर रहे है। अतः उत्तराखण्ड वासियों को भी मुफ्त बिजली मिलनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय राज्य एवं केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है तो इस कार्य को आसानी से किया जा सकता है और जनता को राहत दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि हम सब साथ है संस्था समय समय पर जनहित के मुददों को उठाती रही है इस बिजली के मुददे पर भी अब संस्था अपना संघर्ष तब तक जारी रखेगी जब तक उनको कुछ सकारात्म परिणाम नहीं मिल जाता।

उन्होंने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री से मांग की कि उत्तराखण्ड वासियों को मुफ्त बिजली प्रदान की जानी ही चाहिए। पत्रकार वार्ता में मनीष शर्मा, राजीव सच्चर, डा. मुकुल शर्मा, जीएल सडाना, नवीन सिंह चैहान आदि मौजूद थे। 

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