क्यो लगी थी यात्रा पर रोक
लंबे समय तक कोरोना की मार झेलने के बाद बंद पड़े उत्तराखंड के चार धाम मे एक बार फिर रौनक दिखाई देगी | हरिद्वार कुम्भ की तर्ज पर भीड़ आने के अंदेशे पर कुछ लोगो के द्वारा उच्च न्यायलय मे मामला उठाया गया | इस दौरान प्रदेश के सभी पर्यटक स्थलो पर भीड़ का जमाव होता रहा वही चार धामो मे यात्रा पर रोक लगा दी गयी | समाज के अलग अलग समुदाय से और विपक्षी डालो द्वारा सड़क पर विरोध प्रदर्शन के बाद यात्रा पर लगी रोक तो हटाई गयी पर जो कम समय अब बचा है उसको लेकर पर्यटन व्यवसाईयो मे कोई उत्साह नहीं रह गया है |
तैयारी मे जुटा जिला प्रशासन
चारधाम यात्रा से उच्च न्यायालय की रोक हटने के बाद शीघ्र चारधाम यात्रा का आगाज हो जाएगा। जनपद के दोनों धाम श्री यमुनोत्री व श्री गंगोत्री धाम में जिला प्रशासन यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारी में जुट गया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि चारधाम यात्रा के सुरक्षित, व्यवस्थित और कुशल संचालन के साथ ही उच्च न्यायालय के आदेशों एवं कोविड-19 एसओपी का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। दोनों धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिये यात्रा रूट पर पर्याप्त सुविधा मिल सकें इस हेतु पानी,शौचालय, साफ-सफाई इत्यादि का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की टेस्टिंग करवाने व कोविड-19 के एस.ओ.पी. का अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश स्वास्थ्य व पुलिस प्रशासन को दिए गए है। यात्रा पड़ाव पर मूलभूत सुविधाओं को और दुरुस्त करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। वर्तमान में जनपद के दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग सुचारू है। सुरक्षा के दृष्टिगत दोनों राष्ट्रीय राजमार्ग के संवेदनशील स्थानों पर जेसीबी सहित पर्याप्त संसाधन मौजूद रखने के निर्देश लोक निर्माण विभाग,राष्ट्रीय राजमार्ग और सड़क सीमा संगठन को दिए गए है।
शुक्रवार को एसडीएम भटवाड़ी चतर सिंह चौहान ने गंगोत्री धाम के यात्रा पड़ावों पर मूलभूत व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। यात्रा से जुड़े विभागों को युद्ध स्तर पर मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त करने करने के निर्देश दिए। उधर बड़कोट में भी नवनियुक्त एसडीएम शालिनी नेगी द्वारा चारधाम यात्रा से जुड़े विभागों की बैठक लेकर तेजी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। तथा आज सांय तक मूलभूत सुविधाओं यथा पानी,बिजली की आपूर्ति को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। जानकीचट्टी – यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर शौचालय व पानी के टैंकों की साफ सफाई आदि करने को कहा।
