अंतर रास्ट्रिया सेब महोत्सव मे उपला टकनौर के सेब उत्पादक नहीं होंगे सामिल |
उत्तराखंड की राजधानी देहारादून मे 24, 25 और 26 सितंबर को होने वाले सेब महोत्सव का बहिस्कार करते हुए उपला टकनौर जन कल्याण ट्रस्ट ने प्रभारी उध्यान सचल दल हर्षिल को ज्ञापन देकर अपनी नाराजगी जताई है |
सामाजिक कार्यकर्ता माधवेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि दो प्रमुख कारणो से सेब कास्तकार सरकार और विभाग से नाराज चल रहे है | पहला जंगली जानवर भालू लंगूर और पक्षी तोता उनकी सेब बगीचो को भारी नुकसान पहुचा रहे है , और दूसरा ग्राम झाला मे स्थित सीए सेंटर को इस वर्ष सुचारु नहीं किया गया है |
उन्होने बताया कि सेब उत्पादक 20 -22 वर्षो से जिन सेब के पेड़ो को अपने बच्चो कि तरह पाल पोष कर बड़ा करते है उन्हे जंगली जानवर बेरुखी से नुकसान कर रहे है| जबकि इसके बचाव के लिए आधुनिकतकनीकी मौजूद होने के बाद भी विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है , इस काम के लिए फंड के लिए भी कोई कमी नहीं है , उन्होने बताया कि यूएनडीपी , कैम्पा, ईएमसी और बीएमसी जैसे मद से फ़ंड लेकर आधुनिक मशीन मँगवायी जा सकती है जिससे किसानो को जंगली जानवरो के प्रकोप से मुक्ति मिल सकती है पर विभाग कोई मेहनत ही नहीं करना चाहता है | लिहाजा से महोत्सव मे सामिल न होकर और हर्षिल घाटी का सेब महोत्सव मे न भेज कर किसान अपनी नाराजी बयान करने को मजबूर हुए है