बरसो से सड़क संपर्क मार्ग का इंतजार कर रहे पहाड़ी जंगलो मे बसे गावों के ग्रामीणो हालत कई बार मीडिया की सुर्खिया बन चुके है | खबर के बाद हरकत मे आयी केंद्र सरकार ने बजट जारी कर सड़क निर्माण की अनुमति तो दी किन्तु धरातल पर ठेकेदार इस मकसद को ही पलीता लगाने मे लगे हुए है |
मामला उत्तरकाशी जिले के यमुना घाटी का है जहा गंगाताड़ी – सरनौल 17 किमी सड़क निर्माण के बाद पेंटिंग कार्य चल रहा है | ताजा की गयी पेंटिंग सड़क के बीच से ही घास फूस की हरियाली उग रही है ऐसे मे सवाल उठता है निर्माण कार्य पूर्ण करने की जल्दबाज़ी मे क्या ठेकेदार बेसकोट डालने से पहले गुणवत्ता को ठेंगा दिखा रहे है? इससे भी बड़ा सवाल ये कि पीएमजीएसवाई विभाग के इंजीनियर क्या देख रहे है | बड़ कोट के तरवीन राणा ने बताया कि कई बार विभाग के अधिशासी अभियंता से इस संबंध मे शिकायत कि गयी तो हर बार कार्यवाही का सिर्फ भरोसा ही मिलता है न तो कोई कार्यवाही हुई और न निर्माण कार्य कि गुणवत्ता मे ही कोई सुधार हुआ |