उत्तरकाशी जिले से लगे साहसिक पर्यटन से जुड़ी संस्थाओ के साथ संबन्धित विभाग की बैठक मे हिमालय को स्वच्छ बनाए रखने के साथ पर्यटको की सुरक्षा सुनिश्चित कराये जाने को लेकर एक बैठक की गई । गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान द्वारा चारधाम यात्रा आरम्भ होने के मौके पर समस्त स्थानीय टूर गाइड एवं पोर्टर्स को टूर गाइड एवं पोर्टर्स को ट्रैक पर जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से एक दिवसीय प्रशिक्षण जिला सभागार कक्ष में दिया गया ।
इस दौरान समस्त प्रतिभागियों को सिक्योर हिमालय परियोजना के द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु किये जा रहे कार्य आधारित फिल्मको दिखाया गया एवं गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ बनाने पर सुझाव लिये गये ।
इसी क्रम में प्रतिभाग कर रहे ट्रैकिंग एसोसिएशन के सदस्यों ने सुझाव दिया कि पार्क प्रशासन टूर ऑपरेटरों के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान चला सकता है जिसमें सभी सहयोग करने के लिए सहमत हैं ।
एन ० आई ० एम ० प्रशिक्षक द्वारा उनके संस्थान की सुरक्षा गाइड बुक का संक्षिप्त सारांश प्रतिभागियों को बताया गया तथा सभी से आग्रह किया गया कि वह उक्त किताब अपने सभी गाइड्स एवं पोर्टर्स को उपलब्ध करांये जिससे उनको सुरक्षा से सम्बन्धित जानकारियां उपलब्ध हो सके । आपदा प्रबन्धन के कर्मचारियों ने पूर्व में पर्यटकों के साथ हुई बैठक में दुर्घटनाओं का हवाला देते हुए उपस्थित प्रतिभागियों को एहतिहात बरतने की सलाह दी गयी एवं आपदा विभाग द्वारा समय समय पर जारी चेतावनियों का गम्भीरता से पालना करने पर जोर दिया गया ।
उक्त प्रशिक्षण में सिक्योर हिमालय परियोजना के परियोजना सहायक द्वारा टूर कम्पनियों को क्षेत्र में विद्यमान प्रकृति आधारित पर्यटन की खूबियों से अवगत कराया तथा सभी से आग्रह किया गया कि वह अपने टूर पैकेज में बर्ड वाचिंग , ग्रामीण पर्यटन आदि से सम्बन्धित पैकेज बनाकर उनका प्रचार – प्रसार करें जिससे आने वाले पर्यटकों को उच्च हिमालयी क्षेत्रों से परिवर्तित कर ग्रामीण परिवेश में जानकारी से भरपूर पर्यटन का अनुभव कराया जा सके एवं पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा होम स्टे में रूकने के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दें , जिससे ग्रामीण आजीविका को बढ़ाने में मदद मिल सके ।
प्रशिक्षण के दौरान उप निदेशक गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क आर०एन०पाण्डेय द्वारा समस्त टूर ऑपरेटरों को बताया कि सभी ऑपरेटर गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क में आगामी यात्राकाल में यात्रियों को भ्रमण पर ले जाने के लिए तभी योग्य समझे जायेंगे , जब वह पार्क प्रशासन के साथ पंजीकृत होंगे साथ ही उन्होंने शासनादेश का हवाला देते हुए कहा कि सभी टूर कम्पनियों को उक्त शासनादेश का पूर्णतः पालन करना अनिवार्य होगा ।
इस दौरान वन क्षेत्राधिकारी गंगोत्री प्रताप सिंह पंवार, परियोजना सहायक उमेद सिंह धाकड़ एवं भास्कर जोशी, वन दरोगा सोहन लाल अवस्थी आदि उपस्थित रहे l