उत्तरकाशी – जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी सभागार में स्टाफ बैठक ली। बैठक में राजस्व, आबकारी, पूर्ति, परिवहन आदि विभागों के अधिकारी उपस्थि रहे। जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ विभिन्न मुद्दों पर समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने वर्ष 2010 एवं 2013 की आपदा में संवेदनशील घोषित हुए भवनों के विस्थापन कार्यों की समीक्षा के दौरान सभी सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि सम्बन्धित उप जिलाधिकारी क्षेत्र में जाकर विस्थापन के तहत हो रहे भवन निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करें। उन्होंने निर्देश दिये कि विस्थापितों के भवन निर्माण कार्य निरीक्षण को विशेष प्राथमिकता दें। सभी पात्र लोगों के भवन बनने चाहिए। बता दें कि विस्थापन हेतु स्वीकृत तहसील भटवाड़ी के ग्राम भटवाड़ी में 49 , तहसील डुण्डा के ग्राम अस्तल में 30 परिवार, तहसील चिन्यालीसौड के ग्राम कांसी में 12 व बड़ेथी में 94 तथा तहसील बड़कोट के कफनौल ग्राम में 20 परिवारों का विस्थापन इन्हीं ग्रामों में नजदीकी क्षेत्रों में सुरक्षित स्थानो पर किया जा रहा है। राजस्व वादों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि एक वर्ष से अधिक पुराने लम्बित वादों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाय।
सड़क दुर्घटाओं की समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी दुर्घटनाओं की जांच हेतु नामित सम्बन्धित मजिस्ट्रेटों से माह जनवरी 2022 से आतिथि तक हुई सड़क दुघर्टनाओं की जांच रिपोर्ट सहित मुआवजा भुगतान की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सड़क दुर्घटना जांच के दौरान सुरक्षा उपायों के बावत जो सुझाव प्राप्त हो उन पर प्रभावी कदम उठाये जाने हेतु सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को पत्र भी प्रेषित किया जाय। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों को स्टोन क्रशरों का भी समय-समय पर नियमानुसार सत्यापन करने के निर्देश दिये तथा रिवर ट्रेनिंग सर्वे रिपोर्ट शीघ्र ही प्रस्तुत करने के निर्देश दिये ताकि टेण्डर की प्रक्रिया आरम्भ की जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा में आने वाले सभी तीर्थयात्रियों व पर्यटकों का पंजीकरण ऑनलाईन एवं ऑफलाईन माध्यम से किया जाना है। इस हेतु सभी उप जिलाधिकारी जनपद के होटल स्वामियों से समन्वय बनाकर कार्य योजना बना ले।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने विकास खण्ड भटवाड़ी के पर्यटन ग्राग हर्षिल, नटीण व रैथल में प्रदेश के मुख्य सचिव के निर्देशों के क्रम में स्थापित की जाने वाली पर्यटन विकास सुविधाओं के संबंध में भी सम्बन्धित ग्राम प्रधानों एवं सम्बन्धित अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की। जिलाधिकारी ने हर्षिल में निर्माणाधीन तालाब का और अधिक विस्तारीकरण करने के निर्देश वन विभाग के अधिकारियों को दिये जबकि ग्राम रैथल में मोटर मार्ग चौडीकरण व पैदल मार्ग निर्माण हेतु स्टीमेट बनाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, उप जिलाधिकारी मीनाक्षी परवाल व चतर सिंह चौहान, उप जिलाधिकारी सोहन सिंह व शालिनी नेगी (ऑन लाइन), जिला आबकारी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी मुकेश , जिला पूर्ति अधिकारी संतोष भट्ट, ग्राम प्रधान हर्षिल दिनेश रावत, ग्राम प्रधान रैथल सुशीला राणा आदि उपस्थित थे।