उत्तराखण्ड विधानसभा का सत्र 5 दिनो तक चलाने की बजाय दो दिन मे समेटने को लेकर असंतुस्ट विपक्ष ने जब सड़क से लेकर सदन तक विरोध दर्ज किया तो प्रदेश बीजेपी सरकार ने राज्य के सभी जिलो मे अपने प्रवक्ता भेज कर पत्रकार वार्ता मे ये संदेश देने की कोशिस की है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने उत्तराखण्ड राज्य के लिए जो महत्वपूर्ण दो ऐतिहासिक विधेयक पास किए हैं उसकी गूंज मे विपक्ष का विरोध दब जाए ।
पहला जबरन या प्रलोभन देकर होने वाले धर्मांतरण पर रोक को लेकर धार्मिक संशोधन विधेयक, और दूसरा प्रदेश की
आधी महिला आबादी को सरकारी सेवाओ मे 30 % क्षैतिज आरक्षण विधेयक।
इसी कड़ी मे बीजेपी कि प्रवक्त के तौर पर हनी पाठक उत्तरकाशी पहुची जहा बीजेपी के नव निर्वाचित जिला अध्यक्ष सत्येंद्र राणा ने पूरी टीम के साथ उनका स्वागत किया ।
बीजेपी कि प्रवक्ता हानी पाठक अपनी बात रख पाती इससे पहले मीडिया ने उन्हे अधिकारियों कि मनमानी, कमीशन बाजी, पहाड़ी जिलो की उपेक्षा और कानून व्यवस्था पर घेर लिया ।
उन्होने कहा कि अंकिता भण्डारी मर्डर मे वीआईपी के नाम और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सरकार जरूरत पड़ने पर सीबीआई कि जांच करने से पीछे नहीं हटेगी
वही उत्तरकाशी जिले के गोविंद पशु विहार मे अधिकारियों की मनमानी और 40%कमीशन लिए जाने को लेकर सोसल मीडिया मे वायरल हो स्थानीय विधायक के बयान को बीजेपी प्रवक्ता ने विपक्ष की साजिश बताया हालांकि इस पर काँग्रेस का दूर दूर तक लेना देना ही नहीं था
बात कमिसन की आई तो बीजेपी के ही पूर्व सीएम की तरफ से यूपी के समय से चल रही कमीशनबाजी को लेकर भी उन्होने गेंद कॉंग्रेस के ही पाले मे डाल दी। इतना ही नहीं काँग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा मे सेना के खिलाफ अपमानजनक बयान देने वालों को साथ लेकर चलने पर भी अपनी आपत्ति दर्ज की ।
काँग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के जबाब मे उत्तराखंड मे बीजेपी काँग्रेस तोड़ो अभियान मे लगी हुई है ऐसा कौन सी घुट्टी बीजेपी के पास है कि उसमे सामिल होते ही बिपक्षियों कि छवि भी स्वच्छ और निर्मल हो जाती है
क्या बिना आरक्षण के महिलाओ की उन्नति संभव नहीं है इस सवाल का जबाब तो प्रवक्ता ने दिया मगर पहले मीडिया का कैमरा बंद करा दिया