मास्टर प्लान से स्थायी निर्माण तक नही होगी यमनोत्री यात्रा।
तीर्थ पुरोहित पवन उनियाल का बयान।
केदारनाथ की तर्ज पर निर्माण की मांग।
यात्रियो की जान से नही कर सकते खिलवाड़।
स्थायी निर्माण तक खरसाली शीतकालीन प्रवास से कराएंगे पूजा और दर्शन।
सीएसआर मद के 100 करोड़ में यमनोत्री में लीप पोती का लगाया आरोप।
पिछले वर्ष से बजट के अभाव में रुकी ओजरी डाबरकोट लैंड स्लाइड का आज तक नही हुआ उपचार।
पहाड़ी से गिरे पत्थरो की चपेट से नही बच सके डीएम एसपी।
गिरीश गैरोला
सूबे के चार धामो में यमनोत्री की उपेक्षा से नाराज तीर्थ पुरोहितों ने धाम में चौथी बार आयी आपदा के बाद मौके पर पहुँचे डीएम आशीष चौहान को खूब खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि मंदिर के ऊपर झील बार बार आपदा को न्योता दे रही है पर बार बार कहने के बाद भी कोई सुनने वाला नही है। ऐसे में चारधाम यात्रियो की जान जोखिम में नही डाल सकते है लिहाजा वे यमनोत्री धाम को केदारनाथ की तर्ज पर मास्टर प्लान से बनाये जाने के साथ ही धाम के पास ही आपदा के लिहाज से बड़े हैलीकॉप्टर उतारने के लिए हैलीपैड निर्माण की मांग करते है तब तक यात्रियो को माँ यमुना के शीतकालीन पड़ाव खरसाली में ही पूजा और दर्शन करवाएंगे। यमनोत्री धाम में तब तक यात्रा बंद रखी जाएगी।
पंडित पवन उनियाल ने आरोप लगाया कि गेल द्वारा सीएसआर की मद में दिए गए धन से लीपा पोती करने की किसी को इजाजत नही दी जाएगी। सरकार पर यमनोत्री धाम की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि विगत वर्षों से यमनोत्री राजमार्ग ओजरी -डाबरकोट में लैंड स्लाइड की चपेट में है किन्तु बजट के अभाव में न तो पहाड़ी का उपचार हुआ और न वैकल्पिक सड़क मार्ग ही तैयार हो सका। खस्ताहाल सड़क के चलते आपदा के घंटो बाद मौके पर पहुचे डीएम आशीष चौहान और एसपी ददनपाल भी थानाध्यक्ष बडकोट की गाड़ी से भूस्खलन प्रभावित इलाके से गुजरते समय पहाड़ी से गिरे पत्थरो की चपेट में आ गए। आपदा प्रबंधन के मुखिया जिस गाड़ी में सफर कर रहे थे कम से कम उसकी हालत देखकर सरकार और उनके प्रतिनिधियों को यमनोत्री धाम की उपेक्षा नही करनी चाहिए।