सिस्टम कितना खराब हो चुका है इसका अंदाजा लगातार सरकारी कार्यालय मे औचिक निरीक्षण के बाद सामने आ रहे है | डीएम के निरीक्षण के बाद सीडीओ और एसडीएम ने अपने इलाके मे निरीक्षण किया और कई कार्मिको को बिना अनुमति के नदारद पाया, इसके बाद भी मोटी खाल वालों को छापो से कोई असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है | अब कोषागार के कर्मचारियो का नंबर आया तो चौकाने वाले आंकड़े सामने आए है | दरअसल ऊपर से आदेश मिलने के बाद भले ही अधिकारी छापो को अंजाम दे रहे हो पर अक्सर सबकी जानकारी मे रहता है | कई बार तो सरकारी कर्मचारी एक ही समय पर दो स्थानो पर मौजूद रहते है | आज के डिजिटल दौर मे कोई भी इनके विडियो और फोटो खींच कर कर्मचारी के छुट्टी के दिनो से मेल करवा सकता है , पर अधिकारियों मे न तो दम दम दिखता है और न इच्छा शक्ति |
वरिष्ठ कोषाधिकारी बालकराम ने उप कोषागार डुंडा का औचक निरीक्षण किया। वरिष्ठ कोषाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया। जिसमें कार्यालय के उप कोषाधिकारी, सहायक कोषाधिकारी,सहायक लेखाकार अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित कार्मिकों का वेतन रोकने के आदेश के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके अतिरिक्त निरीक्षण के दौरान कार्यालय में साफ सफाई आदि व्यवस्था दुरुस्त पायी गई।