25 अगस्त सुपौल।
कोशी नव निर्माण मंच द्वारा तटबन्ध के बीच रह रहे बाढ़ पीडितों के बीच जनसंवाद नौका यात्रा में आयोजित अलग अलग जनसंवादों में इस वर्ष की भीषण बाढ़ की तबाही से पीडितों के आंसू अपने आप छलक जा रहे हैं सरकारी उदासीनता व प्रशासनिक लापरवाही से लोग ठगे हुए महसूस कर रहे हैं वही एक साथ संघर्ष करने को संकल्पबद्ध भी हो रहे हैं।
अंकित तिवारी
तीसरे दिन जनसंवाद मरौना प्रखंड के अमीन टोला खोखनाहा में आयोजित हुआ जिसमें लोगों ने नाव आवंटित नही होने की बात कही साथ ही वहाँ के बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि पीड़ितों को मिलने वाली 6000 की राशि उपस्थित 45 लोगों में 39 लोगों को नहीं मिला, पानी आने की पूर्व सूचना नहीं दी गई, फूड पैकेट भी नहीं मिला।
बाढ़ के समय कोई पदाधिकारी बाढ़ का जायजा लेने नहीं आते हैं।
वही,प्रखंड के जोबहा गाँव में भी सरकारी नाव बहाल होने के बावजूद प्रशासन नहीं भिजवाया, रिलीफ कैंप नहीं चला, जिनको राशन कार्ड नही था उन परिवारों में किसी को ₹6000 नही मिला है वही राशन कार्ड धारियों में भी ढेरो लोग बंचित है। किसान सम्मान निधि का पैसा भी लोगों को नहीं मिला है।
लोगों का कहना है कि सरकार 56 गेट खोली तो कम से कम पहले सूचना जरूर देनी चाहिए, जिस जमीन में सरकार नदी बहा रही है उस जमीन की लगान हम क्यों दें, पहले जिस तरह 25 रू० बीघा और शेष लेता था उसे 100 रुपये प्रति बीघा क्यों किया गया, फसल क्षति की राशि कुछ लोगों को ही मिला है, 7 वार्डों में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। सिसवा में जनसंवाद कार्यक्रम में पीड़ित लोगों ने कम्युनिटी किचेन नही शुरू होने, नाव के निबन्ध में 3000 हजार तक घुस लेने जो आंबटित नाव है परवाना मिलनेके बाद भी पैसा नही मिलने की बात बताई ।
पशुओ के लिए भूषा या चारा भी नही मिला,वहीं किशनपुर के बौराहा पंचायत के मानिकपुर नोवाबकबर पंचायत के परसाहि में भी पीड़ितों लोगों का कहना है कि अबतक गृह क्षति का सर्वे भी नहीं हुआ है,लोगों का यह भी कहना है कि कोई सरकारी लाभ हमलोगों को नहीं मिलता वही 6000 की राशी कुछ लोगों को ही आया है।भ्रष्टाचार चरम पर है
यात्रियों ने लोगों की समस्या को एक साथ मिलकर उठाने का संकल्प लिया।
यात्रा में ईंद्रनारायण सिंह,भागवत पण्डित, राम चन्द्र यादव , सतीश सुमन, मो सदरुल, दुनिदत्त,प्रमोद राम, हरिन्दन, इन्द्रजीत,धर्मेंद्र,परमेश्वरी यादव, सिसौनी पंचायत के उपमुखिया सत्यनारायण मंडल, सुभाष कुमार,दुर्गानन्द, लाल मुखिया, रामचन्द्र शर्मा, अरविंद यादव, रामलखन साव व महेन्द्र यादव शामिल है।