चमोली धान की डलिया (बंड पट्टी) में फंसे 200 मजदूर – बंड भूमियाल किचन बन गयी अन्नदाता

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चमोली से अजय कुमार की रिपोर्ट

https://youtu.be/l-l24e0IigI

कोरोना वाइरस के वैश्विक संकट की इस घड़ी में पूरे देश के विभिन्न राज्यों के
कोने-कोने में सैकड़ों मजदूर लाॅकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं जिस कारण वे
वापस अपने अपने घर नहीं जा पाये। लाॅकडाउन की वजह से चमोली जनपद की धान की
डलिया (बंड पट्टी) में विभिन्न राज्यों के 200 मजदूर फंसे हुए हैं। इन मजदूरों
के पास न तो रोजगार है और न ही खाना खाने के लिए भोजन। संकट की इस घड़ी में इन
मजदूरों के लिए बण्ड भूमियाल विवेकानंद शाखा पीपलकोटी की पहल पर बंड पट्टी का
बंड भूमियाल किचन अन्नदाता के रूप में सामने आया है। बंड पट्टी के सामाजिक
कार्यकर्ताओं की सराहनीय पहल पर बंड पट्टी के कौड़िया से लेकर उदय पैलेस
पीपलकोटी तक फंसे इन मजदूरों के लिए 15 अप्रैल से बण्ड भूमियाल किचन के माध्यम
से दो समय का निशुल्क खाने की व्यवस्था की गई है। धान की डलिया और सदावर्त की
पट्टी के रूप में विख्यात बंड पट्टी के लोगों की इस निस्वार्थ सेवा भाव नें
दुःख की इस घड़ी में फंसे मजदूरों के लिए अन्नदाता का काम किया है।

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