सितंबर महीना बीतने की तरफ है किंतु मानसून के बाद सुरु हुई उत्तराखंड की चार धाम यात्रा अपने शबाब पर नही आ पाई है। दरअसल मौसम चक्र में बदलाव से यात्रा के लिहाज से खुशनुमा सितंबर का महीना भी कष्टकारी हो गया है। बद्रीनाथ धाम यात्रा पर जोशीमठ से आगे लामबगड़ में हल्की बरसात में ही पहाड़ी दरक कर सड़क पर पसर जा रही है जिस कारण चार धाम यात्रा के साथ व्यापार भी प्रभावित होने लगा है।
गंभीर सिंह, चमोली
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लामबगड़ स्लाइड जॉन पर पहाड़ी से मलवा गिरने से एक ऑल्टो कार छतिग्रस्त हो गयी है । यह घटना मंगलवार शाम 5 :15 की है , इस घटना में हालाकि जानमाल का कोई नही हुआ है , घटना के दौरान वाहन में सिर्फ ड्राइवर ही मौजूद था , वाहन के मलवे में फंसने से ड्राइवर ने वाहन को छोड़ कर जान बचाई है , पहाड़ी से मलवा गिरने से बद्रीनाथ हाइवे फिर बाधित हो गया है। वही दूसरी ओर बद्रीनाथ धाम में यात्रियों को छोड़ कर पाण्डुकेशर की ओर आ रही बस सड़क पर पलट जाने से ड्राइवर
को चोटें आई है । मंगलवार को हुई इन दोनो घटनाओं में भले ही किसी भी प्रकार की जनहानी तो नही हुई मगर यह घटनाएं सरकार व प्रशाषन को लेकर कई सवाल भी खड़े कर गयी है ? कि आखिर कब तक आस्था को लेकर धाम जा रहे लोगो को कब तक अपनी जान पर खेलकर नारायण दर्शन पर जाना होगा । अगर समय रहते लामबगड़ स्लाइस जॉन का स्थायी ट्रीटमेन्ट नही किया जाता तो आने वाले समय मे बद्रीनाथ यात्रा पर संकट के बादल मंडराने लगे जाएँगे ।