दुस्ट प्रवृत्ति के व्यक्तियों की रक्षा को आगे आये गोपाल।
संतो ने दिया आशीर्वाद।
विधायक के दामाद के स्वास्थ्य लाभ के लिए किया मृत्युंजय जाप।
गिरीश गैरोला।
द्वापर की बात यो या त्रेता युग की अथवा कलयुग की दुष्ट आत्माओ ने अपने क्रिया कलापों से संत महात्माओं को परेशान करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी।
उत्तरकाशी के उजेली में डंडी आश्रम में प्रबंधक के अत्यचार से परेशान साधु संतों की जब जिला प्रशासन ने नही सुनी तो उन्होंने अन्न त्याग कर दिया। गंगोत्री विधायक गोपाल रावत ने इस मामले में तत्काल कार्यवाही करते हुए बनारस मुख्यालय से संपर्क कर इस मामले का समाधान करने के निर्देश दिए। किन्तु मुख्यालय ने ट्रस्टी लोगो को भेजने की बजाय वेतन भोगी मैनेजर को जांच के लिए उत्तरकाशी भेजा जो किसी तरह मामले को रफा दफा करने की जुगत में थे । गंगोत्री विधायक गोपाल की सख्ती के बाद बुजुर्ग साधु संतों के साथ मारपीट और अत्याचार करने वाले मैनेजर सुभाष रोंगटा और उनके एजेंट के रूप में काम कर रहे गोपी महाराज को तत्काल आश्रम छोड़ कर जाना पड़ा।
दुष्टो से मुक्ति के बाद आश्रम के साधु महात्माओ ने आशीर्वाद के साथ विधायक गोपाल के बीमार दामाद के स्वास्थ्य लाभ के लिए मृत्युंजय जप करवाया।
विधायक गोपाल रावत ने कहा कि संत महात्माओ की सभी जरूरतों को कानून के दायरे में रहकर पूर्ण किया जाएगा साथ ही उजेली में संस्कृत महाविद्यालय को देश का सर्व श्रेष्ठ संस्कृत अध्ययन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
https://youtu.be/nHJ1Cx2MHLI
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