आने वाले समय में इंसानी दिनचर्या पर लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंस का पूरा असर दिखाई देने वाला है। एक दिन के जनता कर्फ्यू के बाद शुरू हुए डेढ़ महीने के लॉक डाउन के में पुलिस को कुछ दिन ही शक्ति दिखानी पड़ी जिसके बाद लोगों की दिनचर्या लॉक डाउन के अनुरूप ही ढलने लगी है ।यहां तक कि शादी-ब्याह भी इससे अछूते नहीं हैं ऋषिकेश से घनसाली पहुंची 5 बरातियों की बारात में पिता भी शामिल नहीं हो सके।
कृष्णा कंस्वाल टिहरी गढ़वाल
ऋषिकेश से 150 किमी0 ड्रायवर और पंडित को साथ लेकर टिहरी जिले के घनसाली पहुची बारात। प्रशासन ने शादी में सामिल होने के लिए सिर्फ पाँच लोगों को ही अनुमति दी थी, जिसके बाद दूल्हे के पिता भी शादी में शामिल नही हो सका।
टिहरी जिले के घनसाली के हंसलाल की बेटी वंदना की शादी ऋषिकेश के विजय के साथ लगभग एक साल पहले तय हुई थी शादी का समय पास आया और सारी तैयारियां पूरी की गयी तभी अचानक कोरोना संक्रमण के चलते देश मे लाकडाउन हो गया दोनों पक्षों ने शादी के लिए दूसरे दिन निकालने की बात की, मगर एक साल तक कोई शुभ दिन नही मिला जिसके बाद दोनो पक्ष ने लाकडाउन के बीच ही शादी करने का फैसला लिया ।
दूल्हा दुल्हन ने मास्क पहनकर शादी रचाई
मगर लाकडाउन के चलते पिता शादी में सामिल नही हो सके।