उत्तरकाशी में 21लोगो की जान ले चुका मानसून

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डराने लगे है मानसून में हादसों के आंकड़े।
सीएम त्रिवेंद्र ने ली वीसी।
भटवाडी के पास हुए सड़क हादसे में मोके पर गयी एम्बुलेंस से क्यों नही भेजा गया घायलों को?
बुधवार देर रात प्रदेष के माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मानसून सत्र के दौरान जनपद उत्तरकाषी में प्राकृतिक आपदा से जनहानि, पशुहानि,व क्षतिग्रस्त परिसम्मपतियों की जानकारी जिलाधिकारी से ली।
एनआईसी कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा जनपद उत्तरकाषी की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी डा. आषीश चौहान ने चालू मानसून अवधि में जनपद में प्राकृतिक आपदा से मानव क्षति सहित क्षतिग्रस्त परिसम्मपतियों का ब्योंरा दिया।
जिलाधिकारी डा. चौहान ने कहा कि चालू मानसून सत्र के दौरान प्राकृतिक आपदा से जनपद में 21 लोगों की मौत एवं 11 लोग घायल हुए थे। मानव क्षति में तहसील भटवाड़ी में 17, बड़कोट में 01 एवं मोरी में 03 लागों की मृत्यु हुई है।
जबकि तहसील बड़कोट में 02 लोग घायल हुए है मोरी में 03, डुण्डा में 01, एवं भटवाड़ी में 05 लोग घायल हुए थे। 07 मृतक आश्रितों को 28 लाख रूपये वितरित किए गए है। जबकि षेश 14 मृतकों के आश्रितों को अनुमन्य अनुग्रह राषि वितरण की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही जनपद में 138 बड़े एंव छोटे पशु हानि हुई है पषु हानि में 13 लाख 27 हजार मुआवजा राषि वितरण कर दी गई।
जिलाधिकारी श्री चौहान ने माननीय मुख्यमंत्री जी को जानकारी देते हुए कहा कि जनपद में 233 भवन प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए जिसमें 05 भवन पूर्णतया क्षतिग्रस्त हुए है जबिक 55 तीक्ष्ण एवं 173 भवन आंषिक क्षतिग्रस्त हुए है। उन्होंने कहा कि भवन क्षतिग्रस्त का मुआवजा 11 लाख 42 हजार 900 रूपये वितरण किए जा चुके है। वहीं जनपद में 635.102 हैक्टियर फसलों की क्षति हुई है जिसमें 37 लाख 25 हजार 322 रूपये का मुआवजा किसानों को वितरण किए जा चुके है। कृशि भूमि 14.020 हेक्टियर की क्षति हुई है, क्षति का विस्तृत सर्वेक्षणोपरान्त राहत की कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि यमुनोत्री धाम में अतिवृश्टि के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से यमुनोत्री धाम में 13 ढाबे/होटल/दुकान तथा जानकीचट्टी में 11 लोगों के ढाबे/होटल/ दुकान क्षतिग्रस्त हुए थे। जबकि तहसील भटवाड़ी के धराली मघ्ये खीरगाड में आए मलबे/बोल्डर के कारण बाजार में 66 लोगों के व्यवसायिक होटल/लॉज/दुकानें क्षतिग्रस्त हुई थी।
माननीय मुख्यमंत्री श्री रावत ने यमुनोत्री धाम में अतिवृश्टि से हुए नुकसान एवं बाढ सुरक्षा कार्य व धाम को सुरक्षित करने के लिए उच्च स्तरीय मास्टर प्लान बनाने के निर्देष जिलाधिकारी को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनोत्री धाम में खुली जगह न होने के कारण दिक्कते आ रही है। इसके लिए विस्तृत मास्टर प्लान के साथ बेहतरीन कार्य योजना बनायीं जाए। उन्होंने प्राकृतिक आपदा से क्षतिग्रस्त परिसम्मपतियों के अहेतुक राषि के वितरण में तेजी लाने के निर्देष दिए।
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