उत्तरकाशी से दिल दहला देने वाली खबर! यमुनोत्री यात्रा मार्ग बना मौत का रास्ता — मलबे में दबे तीर्थयात्री, एक को निकाला गया घायल अवस्था में।
🕒 घटना समय: सोमवार, दोपहर 3 बजे
📍 स्थान: यमुनोत्री पैदल मार्ग, नौ कैंची बैंड, उत्तरकाशी
🌧️ मौसम: बिना बारिश के अचानक दरकी पहाड़ी

घटना का आंखों देखा हाल:
उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री धाम की ओर बढ़ते श्रद्धालु अचानक चीखों और धूल के गुबार में घिर गए, जब नौ कैंची बैंड के पास पहाड़ी टूट पड़ी। बिना किसी चेतावनी के आए इस मलबे में कई यात्री दब गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, “हम बस कुछ कदम आगे बढ़े ही थे कि जोर की आवाज़ आई… सब कुछ धुंध और चट्टानों में गुम हो गया… एक यात्री की झलक मलबे में दिख रही थी…”
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी:
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ और यमुनोत्री पुलिस की टीम मौके के लिए दौड़ पड़ी। मलबा हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
पुलिस ने बताया, “अब तक दो से तीन लोगों के दबे होने की सूचना है। एक यात्री को निकालकर जानकीचट्टी पीएचसी में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, घायल अब खतरे से बाहर है।”

स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर:
जैसे ही खबर फैली, प्रशासन में हड़कंप मच गया। सुरक्षा के मद्देनज़र नौ कैंची बैंड के पास यात्रियों की आवाजाही पर तत्काल रोक लगा दी गई है।
डॉ. हरदेव सिंह पंवार ने बताया, “घायल यात्री की हालत स्थिर है, दो और लोगों को अस्पताल लाया जा रहा है।”
आस्था के सफर में अनहोनी का साया
यमुनोत्री यात्रा जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक होती है, आज एक दर्दनाक हादसे की गवाह बन गई। सवाल उठते हैं — क्या ये मार्ग सुरक्षित है? क्या प्रशासन ने पहले ही ऐसे संभावित खतरे के संकेतों को नजरअंदाज किया?
💔 अंतिम पंक्ति — सोचने पर मजबूर कर देने वाली:
जब आस्था के रास्ते पर मौत पहरा देने लगे, तब सिर्फ भगवान नहीं, व्यवस्था भी कटघरे में खड़ी दिखती है।
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🔴 वीडियो कवरेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान जल्द ही चैनल पर प्रसारित किए जाएंगे।
