🔴बद्री-केदार समिति ने सीएम से की मुलाकात, सरकार के इंतजामों की खुलकर तारीफ
⚡ ओपनिंग
“पहाड़ों में बर्फ चमक रही थी, आसमान से बारिश बरस रही थी… लेकिन इस बार चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के चेहरों पर सिर्फ एक ही चीज़ थी — सुकून।”
इसी सुकून का संदेश लेकर बुधवार को बद्री-केदार मंदिर समिति का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलने पहुंचा। और वहां जो कहा, उसने हर किसी को चौंका दिया — “ऐसी बेहतरीन यात्रा व्यवस्था हमने पहले कभी नहीं देखी!”
🛤️ सुरक्षा और सेवा की मिसाल:
इस साल चारधाम यात्रा पर रूट क्लियरेंस, आपात सेवाएं, और श्रद्धालुओं की सुरक्षा — सब कुछ सरकार ने चाक-चौबंद रखा। मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा:
“हर पड़ाव पर सुविधाएं मौजूद थीं। सरकार ने श्रद्धालुओं की चिंता को सबसे ऊपर रखा। पहले डर लगता था, अब भरोसा होता है।”
🌐 धामी सरकार की प्रतिबद्धता:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार हर साल चारधाम यात्रा को और बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है।
सीएम धामी बोले:
“हमारी कोशिश है कि हर यात्री उत्तराखंड से सुखद अनुभव लेकर जाए, ताकि हमारी संस्कृति और सेवा भावना की गूंज दुनिया तक पहुंचे।”
🏔️ आस्था और एडवेंचर का संगम:
चारधाम यात्रा सिर्फ आस्था नहीं, बल्कि उत्तराखंड के लिए रोजगार, पर्यटन और पहचान का सवाल भी है। इस बार यात्रा सीज़न में रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालु आए।
लोगों की जुबान पर एक ही बात है — “धामी सरकार ने कर दिखाया!”
🙏 ड्रामेटिक एंडिंग
हिमालय की ऊंचाइयों पर गूंजती घंटियों की आवाज़ एक सवाल छोड़ जाती है —
क्या आने वाले सालों में चारधाम यात्रा सिर्फ आस्था का सफर ही नहीं, बल्कि सुरक्षित और यादगार यात्रा का नया इतिहास रचेगी?
“क्योंकि देवभूमि सिर्फ देवताओं की नहीं… बल्कि हर उस यात्री की है, जो यहां सुकून ढूंढने आता है।”
