🛑 “खाकी में इंसान” —
श्रद्धा, सुरक्षा और सेवा का अद्वितीय संगम!
श्रावण मास के शुभारंभ पर टिहरी की पावन धरती एक अद्भुत दृश्य की साक्षी बनी — जब खाकी वर्दी में एक पुलिस अधिकारी नहीं, बल्कि सेवा में लीन एक शिवभक्त सामने आया।

🌸 स्वागत में फूल, हाथ में प्रसाद, मन में श्रद्धा
टिहरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री आयुष अग्रवाल ने कांवड़ यात्रा पर निकले शिवभक्तों का ऐसा स्वागत किया, जो हर किसी की आंखों को नम और दिल को गर्व से भर देने वाला था।
“ये सिर्फ कानून का काम नहीं, ये मेरा फर्ज है — आस्था की रक्षा भी मेरा धर्म है।”
— SSP आयुष अग्रवाल, टिहरी गढ़वाल
उन्होंने खुद माला पहनाकर कांवड़ियों का स्वागत किया, स्वयं प्रसाद वितरित किया, और हल्के जलपान की व्यवस्था कर उनके आगमन को यादगार बना दिया।
🚨 आस्था में कोई विघ्न नहीं होगा — SSP का स्पष्ट संदेश
श्री अग्रवाल ने मुनि की रेती में तैनात पुलिस बल से मिलकर न सिर्फ कुशलक्षेम जानी, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश भी दिए।
“श्रद्धा के मार्ग में अराजकता फैलाने वालों के लिए टिहरी में कोई जगह नहीं।”
— SSP टिहरी
📌 हर मोर्चे पर खाकी तैयार
- कांवड़ मार्गों पर चौकसी बढ़ा दी गई है
- शरारती तत्वों पर रहेगी पैनी नजर
- पुलिस बल को निर्देश: सेवा और सुरक्षा दोनों सर्वोपरि
🙏 जब प्रशासन खुद झुके आस्था के आगे…
SSP टिहरी की यह पहल न सिर्फ एक प्रशासनिक कार्यवाही थी, बल्कि मानवता और श्रद्धा की मिसाल भी थी।
आज हर शिवभक्त कह रहा है —
“हर हर महादेव! और जय हो खाकी की, जो आज आस्था की सबसे मजबूत दीवार बनी है।”
📣 सोचिए — अगर हर अधिकारी ऐसे ही आगे आए, तो कैसी होगी हमारी यात्रा?
एक ऐसा भारत, जहां कानून की भाषा में भी श्रद्धा की मिठास घुल जाए।
🚩 हर हर महादेव!
