बैंक सील, अब होगी नीलामी : बीमे के बावजूद जब्त हुआ घर, विधवा मां के आंसुओं ने हिलाया प्रशासन

Share Now

🚨 “चार बच्चियों की मां, इंसाफ की पुकार — और बैंक पर पड़ा प्रशासन का ताला!”

बीमे के बावजूद जब्त हुआ घर, विधवा मां के आंसुओं ने हिलाया प्रशासन, सीएसएल बैंक सील, अब होगी नीलामी


💔 “पति चला गया, अब छीन ली छत भी… लेकिन अब चुप नहीं बैठा देहरादून प्रशासन!”

देहरादून / 21 जुलाई 2025
चार मासूम बेटियों की मां प्रिया पति की मौत के बाद बीते एक साल से न्याय के लिए भटक रही थी
पति ने बैंक से लोन लिया, बीमा भी कराया। फिर एक दिन अचानक मृत्यु हो गई।
बीमा क्लेम मिलना था, लेकिन बैंक ने न सिर्फ क्लेम रोका, बल्कि घर के कागज़ भी जब्त कर लिए।

लेकिन अब चुप्पी टूटी है — प्रशासन ने सुना है एक असहाय मां का रोना, और बैंक पर ताला जड़ दिया है।


🏦 “बीमा था, फिर भी बैंक ने छीन लिया घर!”

प्रिया के पति विकास कुमार ने सीएसएल फाइनेंस से ₹6.5 लाख का लोन लिया था।
बैंक के कहने पर लोन का बीमा भी कराया गया।
12 जुलाई 2024 को विकास की आकस्मिक मृत्यु हो गई।
उसके बाद से बीमा क्लेम मिलना चाहिए था — लेकिन बैंक और इंश्योरेंस कंपनी ने आंखें फेर लीं

🗣️ “घर के पेपर ले लिए, बार-बार बैंक के चक्कर लगवाए — लेकिन मदद नहीं की,” – प्रिया (आंसुओं में डूबी आवाज़)


🔒 “अब नहीं चलेगी मनमानी – डीएम ने बैंक सील किया”

विधवा मां प्रिया ने 11 जुलाई 2025 को जिलाधिकारी सविन बंसल से गुहार लगाई।
अगले ही दिन प्रशासन हरकत में आया –

  • बैंक मैनेजर पर ₹6.5 लाख की आरसी (वसूली चालान) काटी गई।
  • एक सप्ताह बाद भी न सुधार होने पर राजपुर रोड स्थित शाखा को सील कर दिया गया

💬 “बैंक को लोगों की पीड़ा समझनी चाहिए, न कि उन्हें और तोड़ना,” – जिलाधिकारी सविन बंसल


👧👧👧👧 “चार मासूम बेटियों की आंखें अब पूछ रही हैं — क्या उनके आंसुओं की कीमत नहीं?”

प्रिया अकेली नहीं लड़ रही थी — उसके साथ थीं वो चार बेटियां, जो पिता को खो चुकी थीं।
अब मां को भी बैंक के चक्कर काटते देख रही थीं।
गरीबी, लाचारी और अन्याय की दीवारें उन्हें घेर चुकी थीं।

लेकिन अब प्रशासन का प्रचंड रूप सामने आया है

🔥 “अब एक नहीं, हर शोषित की आवाज़ सुनी जाएगी!”


⚖️ प्रशासन ने दिखाई नई तस्वीर — इंसाफ होगा, चाहे कोई कितना भी ताकतवर क्यों न हो!

सीएसएल बैंक अब प्रशासन के रडार पर है।
नीलामी की तैयारी शुरू हो चुकी है।
टाटा AIA इंश्योरेंस पर भी जांच तेज़ हो गई है।


अब सवाल आपके सामने है – अगर ये आपकी बहन, बेटी या मां होती तो क्या आप चुप रहते?

🙏 आवाज उठाइए, अन्याय के खिलाफ बोलिए।
👉 प्रशासन की हर कार्रवाई तभी कारगर होगी, जब समाज भी उसके साथ खड़ा होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!