✍️ नई टिहरी से मेरु रैबार न्यूज़ की रिपोर्ट
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती पर टिहरी जिला मुख्यालय में एक ऐसा नज़ारा देखने को मिला जिसने हर दिल में देवभूमि के संघर्षों की यादें जगा दीं।
90 राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित कर पूरा टिहरी जिला गर्व से झूम उठा — “जिनके बलिदान से ये राज्य बना, आज उन्हीं को नमन का दिन है।”

🕯️ शहीदों को श्रद्धांजलि, दीप प्रज्वलन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
प्रताप इंटर कॉलेज, बौराड़ी में आयोजित इस भव्य सम्मान समारोह की शुरुआत विधायक किशोर उपाध्याय और अन्य गणमान्यों ने दीप प्रज्वलित कर “वन्दे मातरम्” के स्वर से की।
मंच पर जब शहीद आंदोलनकारियों की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित किए गए, तो पूरा सभागार भावुक हो उठा।
🌸 वीरों को मिला सम्मान – शॉल, फूल और स्मृति चिन्ह से किया गया अभिनंदन
कार्यक्रम में टिहरी जिले के 90 आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया।
हर एक सम्मानित चेहरे पर संघर्ष की कहानी थी — कोई जेल गया था, कोई लाठीचार्ज में घायल हुआ, कोई आंदोलन की मशाल लेकर गांव-गांव निकला था।
विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा —
“राज्य निर्माण में जिन वीरों ने अपना सर्वस्व दिया, आज हम उन्हें नमन करते हैं।
उनका सपना था आत्मनिर्भर और गौरवशाली उत्तराखंड — और यही हमारी दिशा है।”
💫 अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की रही गरिमामय उपस्थिति
कार्यक्रम में जिलाधिकारी नितिका खंडेलवाल, नगर पालिका अध्यक्ष मोहन सिंह रावत,
भाजपा जिलाध्यक्ष उदय सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी वरुणा अग्रवाल,
तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और आंदोलनकारियों को सम्मानित किया।
डीएम नितिका खंडेलवाल ने कहा —
“यह दिन हमें याद दिलाता है कि विकास की हर उपलब्धि के पीछे आंदोलनकारियों की कुर्बानी छिपी है।”
🎁 लाभार्थियों को मिली सौगात, बच्चों ने पेश किए रंगारंग कार्यक्रम
समारोह में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट लाभार्थी महिलाओं को वितरित की गई।
साथ ही जिला सहकारी बैंक ने दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत लाभार्थियों को ₹1 लाख से ₹5 लाख तक के चेक प्रदान किए।
वहीं, मंच पर स्कूली बच्चों ने संस्कृति की रंगीन झलक पेश की —
गढ़वाली गीत, नृत्य और लोक वेशभूषा ने वातावरण को देवभूमि की खुशबू से भर दिया।
📜 राज्य आंदोलनकारियों ने सौंपी 7 सूत्रीय मांग पत्र
इस मौके पर जिला अध्यक्ष ज्योति प्रसाद भट्ट और महासचिव किशन सिंह रावत ने
राज्य आंदोलनकारियों की समस्याओं और मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित किया।
🌹 कृतज्ञता और गर्व से गूंजा सभागार
समारोह के अंत में मुख्य विकास अधिकारी टिहरी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।
संपूर्ण कार्यक्रम एक संदेश छोड़ गया —
“संघर्ष कभी व्यर्थ नहीं जाता, बलिदान ही बदलाव की नींव होता है।”
