देहरादून। चकराता क्षेत्र के कुछ ग्राम प्रधानों ने सहायक विकास अधिकारी (पं०) विकासखण्ड-चकराता का स्थानांतरण अन्यत्र जनपद में किए जाने की मांग की है। ग्राम प्रधानों ने इस संबंध में निदेशक पंचायतीराज को एक ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि सहायक विकास अधिकारी (पं०) विकासखण्ड-चकराता का स्थानांतरण अन्यत्र न किये जाने से जनप्रतिनिधियों में रोष व्याप्त है। इस बारे में जिला पंचायत राज अधिकारी देहरादून द्वारा अपने पत्र में उल्लेख किया जा चुका है। उक्त कर्मचारी द्वारा अनियमितता के आरोप में पूर्व में हरिद्वार से शिकायत के आधार पर देहरादून स्थानांतरण पर आया, तथा यह जहां-जहां कार्यरत रहा है, वहां इसका कार्य-व्यवहार संतोषजनक न पाते हुए सदैव स्थानांतरित होता रहा है। उक्त कर्मचारी का जनहित में चकराता से कुमाऊ मण्डल के दुर्गम पहाडी जनपद में स्थानांतरण किया जाना उचित होगा। चकराता एक जनजातिय क्षेत्र है, जहां के जनजाति ग्रामीण व्यक्तियों का उक्त कर्मचारी द्वारा विभिन्न प्रकार से उत्पीड़न किया जाता है। यदि उक्त कर्मचारी का स्थानांतरण उपरोक्तानुसार नहीं किया जाता है तो प्रार्थी को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली में शिकायत करने के लिये बाध्य होना पड़ेगा। ज्ञापन में सुरेन्द्र सिंह चौहान प्रधान ग्रामपंचायत डेरियो, राजेन्द्र सिंह प्रधान ग्राम पंचायत घणता,
लक्षमण शाह प्रधान ग्राम पंचायत भटाड बावर ग्राम पंचायत त्यूना, कुन्दन सिंह प्रधान ग्राम पंचायत जस्टा एवं यशपाल तोमर पूर्व मण्डल उपाध्यक्ष भाजपा युवा मोर्चा चकराता के हस्ताक्षर हैं।
